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नीलम रत्न क्यों पहना जाता है, जानें इसे धारण करने के लाभ

नीलम रत्न को धारण करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व है, जिसे विशेष ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करने के लिए प्रयोग किया जाता है.

Updated on: 23 Feb 2024, 07:42 PM

नई दिल्ली:

नीलम रत्न, जिसे वैदिक ज्योतिष में "नीलम" के नाम से जाना जाता है, एक प्रसिद्ध रत्न है जो विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक, और आश्चर्यजनक गुणों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. यह एक प्रकार की प्रिशित गहना है जो विभिन्न रंगों में उपलब्ध होता है, परंतु नीले रंग का नीलम सबसे प्रसिद्ध है. नीलम रत्न को ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह के कारक रत्न के रूप में माना जाता है. यह रत्न धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ व्यक्तिगत विकास और स्वास्थ्य के लिए भी प्रयोग किया जाता है. नीलम रत्न को धारण करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व है, जिसे विशेष ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करने के लिए प्रयोग किया जाता है.

यह रत्न धन, समृद्धि, स्वास्थ्य, और संबल को बढ़ावा देता है और व्यक्ति के जीवन में स्थिरता और समृद्धि का संचार करता है. नीलम रत्न का प्रयोग अक्सर अंगूठी, हार, कंगन, और कलश में किया जाता है, जो धार्मिक और आध्यात्मिक आचरणों में उपयोग किया जाता है. इसका प्रयोग ज्योतिष, उपासना, और ध्यान में भी किया जाता है. नीलम रत्न को प्राप्त करने से पहले उचित सलाह और अध्ययन करना चाहिए, क्योंकि यह रत्न व्यक्ति के जीवन में गहरा प्रभाव डाल सकता है. नीलम रत्न, जिसे नीला पुखराज भी कहा जाता है, रत्न शास्त्र और वास्तु शास्त्र दोनों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. वास्तु शास्त्र में, नीलम रत्न को शनि ग्रह से संबंधित माना जाता है. शनि ग्रह को न्याय, अनुशासन, और कर्म का कारक माना जाता है.

नीलम रत्न का महत्व:

1. शनि ग्रह के प्रभावों को कम करना: यदि आपकी कुंडली में शनि ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में है, तो नीलम रत्न धारण करने से शनि ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है.

2. नकारात्मक ऊर्जा से बचाना: नीलम रत्न को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने वाला माना जाता है. इसे घर या कार्यस्थल में रखने से नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने में मदद मिल सकती है.

3. एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाना: नीलम रत्न को एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में मददगार माना जाता है. इसे अध्ययन कक्ष में रखने से विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई में सफलता प्राप्त करने में मदद मिल सकती है.

4. धन और समृद्धि लाना: नीलम रत्न को धन और समृद्धि लाने वाला माना जाता है. इसे घर या कार्यस्थल में रखने से धन और समृद्धि प्राप्त करने में मदद मिल सकती है.

5. स्वास्थ्य लाभ: नीलम रत्न को कुछ स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करने वाला माना जाता है. यह रक्तचाप को नियंत्रित करने, तनाव और चिंता को कम करने, और एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मददगार हो सकता है.

नीलम रत्न पहनने से पहले इन बातों का रखें खास ख्याल - 

नीलम रत्न धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें.

नीलम रत्न को हमेशा सोने या चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए.

नीलम रत्न को धारण करने से पहले इसे गंगाजल या दूध में धोकर स्वच्छ कर लें.

नीलम रत्न को हमेशा शनिवार के दिन धारण करना चाहिए.

नीलम रत्न एक शक्तिशाली रत्न है जो अनेक लाभ प्रदान कर सकता है. यदि आप नीलम रत्न धारण करने का विचार कर रहे हैं, तो पहले किसी ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)