Maa Skandmata Ki Aarti: मां दुर्गा को करना है प्रसन्न? मां स्कंदमाता की पूजा के बाद पढ़ें ये आरती
Maa Skandmataa Ki Aarti: मां स्कंदमाता की पूजा आरती के बिना अधूरी मानी जाती है. इसलिए पूजा के बाद आपको मां की आरती भी जरूर पढ़नी चाहिए. आइए जानते हैं मां स्कंदमाता की सम्पूर्ण आरती.
नई दिल्ली:
Maa Skandmata Ki Aarti: आज यानी 19 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन है और नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा का विधान है. मान्यता है कि विधि-विधान और साफ मन से मां स्कंदमाता की आराधना करने से भक्तों की सभी परेशानियां दूर जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवी के इस रूप की पूजा करने से संतान सुख भी प्राप्त होता है. इसलिए जो लोग संतान सुख की कामना रखते हैं उन्हें मां स्कंदमाता की पूजा अवश्य करना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि मां स्कंदमाता की पूजा आरती के बिना अधूरी मानी जाती है. इसलिए पूजा के बाद आपको मां की आरती भी जरूर पढ़नी चाहिए. आइए जानते हैं मां स्कंदमाता की सम्पूर्ण आरती.
मां स्कंदमाता आरती (Maa Skandmata Ki Aarti)
जय तेरी हो स्कंदमाता,
पांचवां नाम तुम्हारा आता।
सब के मन की जानन हारी,
जग जननी सब की महतारी। जय तेरी हो स्कंदमाता
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं,
हर दम तुम्हें ध्याता रहूं मैं।
कई नामों से तुझे पुकारा,
मुझे एक है तेरा सहारा। जय तेरी हो स्कंदमाता
कहीं पहाड़ों पर है डेरा,
कई शहरो में तेरा बसेरा।
हर मंदिर में तेरे नजारे,
गुण गाए तेरे भक्त प्यारे। जय तेरी हो स्कंदमाता
भक्ति अपनी मुझे दिला दो,
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो।
इंद्र आदि देवता मिल सारे,
करे पुकार तुम्हारे द्वारे। जय तेरी हो स्कंदमाता
दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए,
तुम ही खंडा हाथ उठाएं।
दास को सदा बचाने आईं,
चमन की आस पुराने आई। जय तेरी हो स्कंदमाता
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