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घोर तामसिक प्रभाव और ऊपरी बाधाओं की विनाशक है मां कालरात्रि की ये आरती( Photo Credit : News Nation)
Chaitra Navratri 2022 Day 7, Maa Kalratri Aarti: नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की स्वरूप की विधि-विधान से पूजा की जाती हैं. मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना करने से बुरी शक्तियों का प्रभाव समाप्त हो जाता है. शास्त्रों के अनुसार मां कालरात्रि की पूजा अर्चना सभी प्रकार के दुख विघ्नों को दूर करती है. वहीं अगर पूजा के साथ माँ की इस आरती को भी निरंतर गाया जाए तो व्यक्ति और उसके परिवार के सभी सदस्यों को ऊपरी बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है. इसके अतिरिक्त उस व्यक्ति या उसके परिवार पर कभी भी किसी के भी द्वारा किया गया तामसिक प्रयोग सफल नहीं होता. व्यक्ति हमेशा भय मुक्त रहता है.
कालरात्रि जय-जय-महाकाली । काल के मुह से बचाने वाली ॥
दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा । महाचंडी तेरा अवतार ॥
पृथ्वी और आकाश पे सारा । महाकाली है तेरा पसारा ॥
खडग खप्पर रखने वाली । दुष्टों का लहू चखने वाली ॥
कलकत्ता स्थान तुम्हारा । सब जगह देखूं तेरा नजारा ॥
सभी देवता सब नर-नारी । गावें स्तुति सभी तुम्हारी ॥
रक्तदंता और अन्नपूर्णा । कृपा करे तो कोई भी दुःख ना ॥
ना कोई चिंता रहे बीमारी । ना कोई गम ना संकट भारी ॥
उस पर कभी कष्ट ना आवें । महाकाली माँ जिसे बचाबे ॥
तू भी भक्त प्रेम से कह । कालरात्रि माँ तेरी जय ॥
Source : News Nation Bureau