रामनगर में साइबर ठगी के दो मामले : 4 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी, पुलिस ने दर्ज किए मुकदमे

रामनगर में साइबर ठगी के दो मामले : 4 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी, पुलिस ने दर्ज किए मुकदमे

रामनगर में साइबर ठगी के दो मामले : 4 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी, पुलिस ने दर्ज किए मुकदमे

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IANS
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Uttarakhand crime

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

रामनगर, 9 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तराखंड के रामनगर में साइबर ठगी और धोखाधड़ी के दो अलग-अलग मामलों ने लोगों में सनसनी फैला दी है। रामनगर कोतवाली पुलिस ने पीड़ितों की शिकायतों पर दो मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इन घटनाओं में कुल 4 लाख 5 हजार से अधिक रकम की ठगी हुई है। पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी है और जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है।

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पहले मामले में बेरिया पोस्ट आरटीसी हेमपुर के निवासी हरजिंदर पाल सिंह (पिता: सरजीत सिंह) ने शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि आरोपी विशाल पुंडीर (निवासी: शिमलाना, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश) ने विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने उनसे 3 लाख 25 हजार रुपये ऐंठ लिए। आरोपी ने झूठे वादे किए और पैसे लेने के बाद गायब हो गया। इस पर कोतवाली में एफआईआर नंबर 329/25 धारा 318(4) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस हरजिंदर की तहरीर पर मामले की गहन जांच कर रही है।

दूसरे मामले में रामनगर के जसपुरिया लाइन की निवासी श्रद्धा सिंघल (पिता: अरविंद कुमार सिंघल) साइबर ठगों का शिकार बनीं। उन्होंने बताया कि ठगों ने उनके क्रेडिट कार्ड से 79 हजार 481 रुपये और डेबिट कार्ड से 1 लाख 67 रुपये निकाल लिए। कुल 1 लाख 79 हजार 648 रुपये की यह ठगी ऑनलाइन धोखाधड़ी के जरिए की गई। पीड़िता ने तुरंत शिकायत दर्ज कराई, जिस पर एफआईआर नंबर 331/25 धारा 318(4) बीएनएस के तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ।

रामनगर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया, हमें साइबर ठगी की शिकायत पोर्टल के माध्यम से मिली थी। इसके बाद हमने पीड़ितों के प्रार्थना पत्रों की जांच की। दोनों मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एक मामले में लगभग 3.25 लाख और दूसरे में करीब 1.80 लाख रुपये की ठगी हुई है। जांच तेजी से चल रही है।

कोतवाल ने आगे कहा कि पुलिस टीम आरोपी की पहचान करने के साथ-साथ उनके नेटवर्क और ठगी के तरीकों की भी तहकीकात कर रही है। उन्होंने बताया कि पहले मामले में ठगी करीब 3.5 लाख बताई जा रही है, जबकि दूसरे में डेढ़ लाख के आसपास।

--आईएएनएस

एसएचके/जीकेटी

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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