नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। राजधानी दिल्ली रविवार को हुई बारिश से कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिली है। शहर के कई हिस्सों में आंधी और तेज हवाएं चलीं। वहीं कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में तूफान और बारिश की चेतावनी जारी की थी। तूफान और बारिश की वजह से कई जगहों पर पेड़ गिरने की सूचना भी मिली है।
आईएमडी के अनुसार, रविवार सुबह हवाएं 80-100 किमी/घंटा की गति से चलीं। सफदरजंग में सुबह 3:48-3:50 और 3:58-4:00 बजे के बीच ओलावृष्टि के साथ दो आंधी-तूफान दर्ज किए गए। पहले तूफान में हवाएं 82 किमी/घंटा और दूसरे में 104 किमी/घंटा की रफ्तार से चलीं। मौसम विभाग ने निवासियों से सावधानी बरतने का आग्रह किया।
आईएमडी ने बाहर न जाने की सलाह दी है। चेतावनी के अनुसार, जब तक जरूरी न हो, घर के अंदर रहें और यात्रा करने से बचें, क्योंकि उड़ते हुए मलबे और कम दृश्यता के कारण सड़कों पर जोखिम है। आईएमडी अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 19 जून तक सामान्य रूप से बादल छाए रहेंगे, हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ छींटे, धूल भरी आंधी और बिजली चमकने की संभावना है। गरज के साथ तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 12 से 18 जून के बीच मध्य और पूर्वी भारत के शेष हिस्सों के साथ ही उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में आगे बढ़ने की संभावना है। इसके 19 से 25 जून के बीच दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंचने की संभावना है।
दिल्ली में मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि 30 जून के आसपास होती है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल मानसून 28 जून को और 2023 में 26 जून को दिल्ली पहुंचा था। पिछले वर्षों में, यह 30 जून (2022), 13 जुलाई (2021) और 25 जून (2020) को आया था। दूसरी ओर बुधवार से केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, कोंकण और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है। मानसून के दूसरे चरण का प्रभाव पूर्वी भारत पर दिखेगा। जिससे अगले सप्ताह के भीतर पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होगी।
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