कोटा मंडल में हुआ ट्रेन-18 का ट्रायल, 110 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली गाड़ी
मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत तैयार की गई भारतीय रेल की सेमी हाईस्पीड ट्रेन-18 का शनिवार को कोटा मंडल में परीक्षण किया गया.
कोटा (राजस्थान):
मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत तैयार की गई भारतीय रेल की सेमी हाईस्पीड ट्रेन-18 का शनिवार को कोटा मंडल में परीक्षण किया गया. आरडीएसओ की टीम ने शुरुआत में इसे सवाई माधोपुर से कोटा के बीच 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ाकर ट्रेन का ट्रायल किया गया. इसके बाद अधिकतम 160 किमीलोटर प्रति घंटे तक चलाया जाएगा. इस ट्रेन का ट्रायल 4 जनवरी तक शामगढ़, कोटा, सवाई माधोपुर रेलखंड के बीच किया जाएगा, जिनमें इसके बाद 10 जनवरी को इसकी उपयोगिता रिपोर्ट जारी होगी.
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इस ट्रेन को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चैन्नई ने बनाया है. ट्रेन का रैक करीब 100 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. यह गाड़ी अधिकतम 160 किलीमोटीर प्रति घंटे की गति से चल सकती है. इसे 16 कोचों के साथ पूरी तरह से वातानुकुलित बनाया गया है. गाड़ी में प्रत्येक छोर पर एरो डायनामिक ड्राइवर केबिन लगे हैं. कोचों का रंग सफेद और नीला है. ट्रेन के प्रत्येक कोच में स्वचालित दरवाजे लगे हैं, जो आप्टिकल सेंसर के अनुसार खुलते और बंद होते हैं.
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गाड़ी की सीटों को यूरोपियन शैली में बनाया गया है. सीटों में जो कपड़े लगे हैं, वे धूल और आग प्रतिरोधी हैं. कुर्सियों की एक खास विशेषता यह है कि इसे 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है. इस दौरान डीआरएम यू.सी. जोशी, अपर मंडल रेल प्रबंधक, विनीत पांडेय, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक तुषार सारस्वती, सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश और वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर एवं आरडीएसओ टीम के सदस्य मौजूद रहे.
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