सीकर: वंदे गंगाजल संरक्षण अभियान के तहत माधव सागर तालाब की साफ-सफाई, कलेक्टर बोले- जन जागृति हमारा मकसद

सीकर: वंदे गंगाजल संरक्षण अभियान के तहत माधव सागर तालाब की साफ-सफाई, कलेक्टर बोले- जन जागृति हमारा मकसद

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IANS
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राजस्थान: सीकर में वंदे गंगाजल संरक्षण अभियान के तहत माधव सागर तालाब की साफ-सफाई

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

सीकर, 8 जून (आईएएनएस)। आगामी मानसून को देखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे वंदे गंगाजल संरक्षण जन अभियान के तहत सीकर शहर में जल संरक्षण, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष पहल की गई।

इस अभियान के तहत रविवार को सांवली रोड स्थित प्राचीन माधव सागर बावड़ी और तालाब की साफ-सफाई का कार्य सीकर नगर परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किया गया। इस दौरान जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा, एडीएम रतन कुमार स्वामी, जिला परिषद सीईओ राजपाल यादव और नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे और आमजन को स्वच्छता का संदेश दिया।

जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि गंगा दशहरा से शुरू हुए इस पखवाड़े के तहत जिले की सभी ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं और नगर परिषद क्षेत्रों में प्राचीन जल स्रोतों की साफ-सफाई और जल संरक्षण के लिए कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीकर की माधव सागर तालाब की साफ-सफाई इस अभियान का हिस्सा है, जिसे जल संरक्षण के लिए तैयार किया जा रहा है।

शर्मा ने कहा, राजस्थान में जल संरक्षण की परंपरा सदियों पुरानी है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में नल से पानी की आपूर्ति के कारण नई पीढ़ी में प्राचीन जल स्रोतों के प्रति जागरूकता में कमी आई है। हमारा प्रयास है कि युवाओं और आमजन को जल संरक्षण के लिए जागरूक किया जाए ताकि गिरते भूजल स्तर को ऊपर उठाया जा सके।

उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे पानी का दुरुपयोग न करें और जल संरक्षण में योगदान दें।

कार्यक्रम में अधिशाषी अभियंता प्रतिभा चौधरी, नागरमल, स्काउट गाइड और नगर परिषद के कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। यह अभियान जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

वंदे गंगाजल संरक्षण जन अभियान राजस्थान सरकार की एक पहल है, जो जल संरक्षण, प्राचीन जल स्रोतों के पुनरुद्धार और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। यह अभियान विशेष रूप से मानसून के मौसम से पहले जल स्रोतों की सफाई और उनके रखरखाव पर केंद्रित है ताकि भूजल स्तर को बढ़ाया जा सके और जल की बर्बादी को रोका जा सके। गंगा दशहरा के अवसर पर शुरू होने वाला यह पखवाड़ा जल संरक्षण के प्रति सामुदायिक जागरूकता और भागीदारी को प्रोत्साहित करता है।

--आईएएनएस

एकेएस/केआर

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