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(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने सोमवार को राजस्थान में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की कीमतें नए निचले स्तर पर पहुंचने को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।
कांत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, राजस्थान ने भारत में अब तक के सबसे कम बैटरी एनर्जी स्टोरेज कीमत 1.77 लाख रुपए प्रति मेगावाट के साथ एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
उन्होंने आगे लिखा, यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो ग्रिड विश्वसनीयता को मजबूत करेगी, रिन्यूएबल एनर्जी अपनाने में तेजी लाएगी। साथ ही, भारत के लिए क्लीन एनर्जी को पहले से अधिक किफायती बनाएगी।
सोलर बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की कीमतें एक नए निचले स्तर पर पहुंचना पीक पावर डिमांड के दौरान सोलर पावर की उपलब्धता को लेकर एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है।
राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरवीयूएनएल) द्वारा 1,000 मेगावाट/2,000 मेगावाट प्रति घंटा बीईएसएस रिवर्स नीलामी के लिए 8 अक्टूबर को शुरू हुई बोली में रिकॉर्ड 48 बोलीदाताओं ने भाग लिया और 11 बोलीदाताओं ने 1.77-1.78 लाख रुपए प्रति मेगावाट की पेशकश की, जो देश में अब तक किसी भी भंडारण बोली के लिए सबसे कम है। इससे पहले नवंबर 2024 में न्यूनतम बोली 2.21 लाख रुपए प्रति मेगावाट थी।
इसके अलावा, बैटरी एनर्जी स्टोरेज को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल 30 गीगावाट प्रति घंटा बैटरी स्टोरेज के लिए वीजीएफ स्कीम को मंजूरी दे चुके हैं। इस वर्ष जून में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में इस स्कीम को मंजूरी दिए जाने की घोषणा की।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की कि ऊर्जा सुरक्षा और रिन्यूएबल इंटीग्रेशन को बढ़ावा देने के लिए, विद्युत मंत्रालय ने पहले से चल रही 13.2 गीगावाट प्रति घंटा क्षमता वाले बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) के अतिरिक्त, 30 गीगावाट प्रति घंटा क्षमता वाली बीईएसएस के लिए वाइबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) योजना को मंजूरी दे दी है।
विद्युत मंत्रालय की ओर से कहा गया कि 5,400 करोड़ रुपए की इस योजना का लक्ष्य 2028 तक देश की बीईएसएस आवश्यकता को पूरा करते हुए 33,000 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित करना है।
--आईएएनएस
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