कोलकाता, 25 जून (आईएएनएस)। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर पश्चिम बंगाल भाजपा के नेता शंकर घोष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने उस दौर को याद करते हुए कहा था कि तब ऐसा लग रहा था जैसे उस समय सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया था।
शंकर घोष ने बुधवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि पीएम मोदी ने आपातकाल को लेकर जो कुछ भी कहा है, मैं पूर्ण रूप से सहमत हूं। कांग्रेस के नेता इस दौर में अपनी जेब में संविधान की कॉपी लेकर संविधान बचाने की बात करते हैं। लेकिन, कांग्रेस के लोग यह नहीं बताते हैं कि आपातकाल के दौरान देश पर क्यों अत्याचार किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लगाया। इनकी सरकार में लगाया गया आपातकाल दिखाता है कि इन्हें सत्ता की भूख किस हद तक थी। कांग्रेस सरकार ने आपातकाल के उस दौर में सरकार विरोधी सभी आवाजों को दबाया। कांग्रेस गणतंत्र की बात करती है, लेकिन संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लगाकर कांग्रेस की सरकार ने कौन से गणतंत्र की बात की थी। कांग्रेस के लोगों को यह बताना चाहिए।
आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर तृणमूल कांग्रेस नेता सागरिका घोष के सोशल मीडिया पोस्ट पर शंकर घोष ने पलटवार करते हुए कहा, मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि आज पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस जिस तरह से सरकार चला रही है, ऐसा लगता है कि सागरिका घोष अपने बयान के जरिए बिल्कुल उसी तरह के शासन को सही ठहराने की कोशिश कर रही हैं। आरएसएस को लेकर इन लोगों को सिरदर्द होता है। संघ भारत को जोड़ने का काम कर रहा है, देश को आगे बढ़ा रहा है। जो लोग देश के अंदर रहकर देश को खोखला करना चाहते हैं वे तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। सागरिका घोष के पोस्ट से ऐसा ही प्रतीत होता है।
सागरिका घोष ने अपने पोस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को आपातकाल के लिए क्लीन चिट दी और इसके लिए संघ को दोषी ठहराया।
--आईएएनएस
डीकेएम/एकेजे
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.