Chandrayaan-3
ये तस्वीर सतीश धवन स्पेस सेंटर पर खड़े चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग से ठीक पहले की है. इसमें आप रॉकेट और यान को देख पा रहे हैं. बता दें कि चंद्रयान-3 पर ऐसे कैमरे लगाए गए हैं, जिससे इसकी अंतरिक्ष यात्रा की सारी तस्वीरें हमें देखने को मिलेगी. साथ ही ये किसी गड़बड़ पर भी नजर बनाए रखते हैं.
Chandrayaan-3
ये तस्वीर 3-2-1-0 लॉन्च का काउंटडाउन खत्म होने के तुरंत बाद की है. इसमें आप चंद्रयान-3 से जुड़े रॉकेट LVM3-M4 को देख पा रहे हैं. तस्वीरों में रॉकेट के दोनों तरफ लगे बड़े इंजन का थ्रस्टर्स नजर आ रहा है. साथ ही उससे निकलने वाली आग और गैस भी दिखाई दे रही है.
Chandrayaan-3
इस तस्वीर में आप रॉकेट LVM3-M4 को जमीन से ऊपर उठा देख सकते हैं, जिसके पीछे ढेर सारा धुएं का गुबार भी दिख रहा है. इंजन चालू होने के बाद बने थ्रस्टर्स के कारण निकलती आग से ये धुआं निकला है.
Chandrayaan-3
ये वाली तस्वीर थोड़ी खास है, क्योंकि इसे जमीन पर मौजूद किसी कैमरे में कैद नहीं किया गया था. दरअसल रॉकेट के रफ्तार पकड़ने के तुरंत बाद उसके इंजन के चारो तरफ एक सफेद रंग का घेरा बना दिख रहा है, ये दरअसल हवा के दबाव से बनता है. इसी तरह का सफेद घेरा आपने फाइटर जेट के इंजन के इर्द गिर्द भी देखा होगा.
Chandrayaan-3
इस तस्वीर में चंद्रयान-3 जमीन से करीब 62.17 किलोमीटर की ऊंचाई पर था, जब इसके दोनों स्ट्रैपऑन इंजन रॉकेट से अलग हो गए. इस दौरान चंद्रयान-3 की बंगाल की खाड़ी के ऊपर से उड़ रहा था, इसलिए ये स्ट्रैपऑन इंजन बंगाल की खाड़ी में गिर जाते हैं.
Chandrayaan-3
ये तस्वीर जमीन से करीब 174.69 किलोमीटर की ऊंचाई की है, जब चंद्रयान-3 अंतरिक्ष में दाखिल हो जाता है. साथ ही इस दूरी पर इसका क्रायोजेनिक इंजन बंद होकर चंद्रयान-3 से अलग हो जाता है.
Chandrayaan-3
ये तस्वीर आखिरी है, क्योंकि इसके बाद चंद्रयान-3 पूरी तरह से अलग हो जाता है और अपनी 3.84 लाख किलोमीटर का लंबा सफर अकेले तय करता है. इस त्वीर में नजर आ रही दूरी जमीन से करीब 179.19 किलोमीटर की ऊंचाई पर है. तारीख 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 लैंड करेगा.