सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ से हुई बातचीत सार्वजनिक करने के मामले में Wriddhiman Saha सवाल किए जा सकते हैं.
साहा अभी BCCI की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल हैं और उनका यह बयान बोर्ड के प्रोटोकॉल का उल्लंघन है. साहा सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ग्रुप बी में हैं.
श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर किए जाने के बाद ऋद्धिमान साहा लगातार खबरों में बने हुए हैं. पहले उन्होंने BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ पर टीम में नहीं चुने जाने को लेकर कई आरोप लगाए और दोनों से हुई बातचीत को सार्वजनिक कर दिया.
कॉन्ट्रैक्ट के नियम 6.3 के अनुसार कोई भी खिलाड़ी खेल अधिकारियों, खेल में हुई घटनाओं, टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल, टीम को लेकर सेलेक्शन प्रोसेस या खेल से संबंधित किसी भी अन्य मामले के बारे में कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकता है.
BCCI ट्रेजरर अरुण धूमल ने इस मामले में कहा, ‘इस बात की संभावना है कि BCCI रिद्धिमान से पूछ सकती है कि एक कॉन्ट्रैक्ट क्रिकेटर होने के नाते उन्होंने चयन के मामलों पर कैसे बात की. जहां तक अध्यक्ष सौरव गांगुली का सवाल है, उन्होंने साहा को खेलने के लिए प्रेरित करना चाहा था.
बोर्ड शायद यह जानना चाहेगा कि आखिर किस वजह से उन्होंने बंद कमरे में कोच राहुल द्रविड़ से हुई बातचीत को सार्वजनिक किया.
राहुल द्रविड़ को लेकर साहा ने कहा था, 'रणजी ट्रॉफी में मैं इसलिए इस साल हिस्सा नहीं ले रहा हूं क्योंकि मुझसे कहा गया है कि टीम इंडिया के लिए अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा. साथ ही कोच द्रविड़ ने मुझे संन्यास लेने की सलाह दी थी.
साहा ने भारत के पूर्व कप्तान और BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली पर भी निशाना साधा था। साहा के अनुसार गांगुली ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उन्हें टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए.