पूरे क्रिकेट जगत ने शुक्रवार को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को उनके 47वें जन्म दिन पर ढेरों बधाइयां दी हैं. सचिन हालांकि कोरोनावायरस से लड़ रहे लोगों के सम्मान में अपना जन्मदिन नहीं मना रहे हैं. सचिन को कई पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों ने बधाई दी.
सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. उन्होंने अपने करियर में वनडे में 15,921 और टेस्ट में 18,426 रन बनाए हैं. सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन के नाम 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक हैं.
सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. सचि ने क्रिकेट को जितना दिया है, उतना शायद आज की तारीख में दुनिया का कोई बल्लेबाज नहीं दे सका है.
हालांकि यह बात भी सच है कि क्रिकेट ने भी सचिन तेंदुलकर को बहुत कुछ दिया है. आज सचिन तेंदुलकर के जन्मदिन पर हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जो शायद आपको न ही पता हों.
आप यह तो जानते हैं कि सचिन तेंदुलकर ने शतकों का शतक लगाया है. यानी आप जानते हैं कि सचिन ने कुल मिलाकर 100 शतक लगाए हैं, लेकिन यह अधूरी जानकारी है, दरसअल सचिन तेंदुलकर ने 242 शतक लगाए हैं.
सचिन तेंदुलकर शतकों का शतक पूरा करने वाले दुनिया के पहले और एकमात्र बल्लेबाज हैं. सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 51 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 49 शतक लगाकर 16 मार्च 2012 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा किया था.
सचिन तेंदुलकर ने प्रथम श्रेणी मैचों में भी 81 शतक लगाए हैं. वहीं सचिन तेंदुलकर के नाम पर लिस्ट ए मैचों में 60 शतक लगाए हैं, वहीं T20 में भी सचिन के नाम पर एक शतक है. यानी सचिन तेंदुलकर के नाम पर कूल 100 नहीं बल्कि 242 शतक हैं.
सचिन तेंदुलकर ने वैसे तो T20 क्रिकेट ज्यादा नहीं खेला है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले सचिन तेंदुलकर ने उसमें भी एक शतक लगाकर खाता खोल लिया था. यानी इस वक्त क्रिकेट का कोई फॉर्मेट ऐसा नहीं है, जहां सचिन तेंदुलकर ने शतक न लगाया हो.
सचिन तेंदुलकर देश के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्हें भारत रत्न से नवाजा गया था. उन्होंने अपने इतने बड़े करियर में कई रिकार्ड बनाए हैं. जिनमें से कई रिकार्ड तो टूट चुके हैं, लेकिन कई रिकॉर्ड्स ऐसे हैं, जिनको तोड़ा नामुमकिन है.
सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 1989 में की थी. जब वे पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार मैदान में उतरे थे. 2013 में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा. 24 साल के लंबे करियर में उन्होंने 200 इंटरनेशनल टेस्ट मैच खेल चुके हैं.
सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के दो प्रमुख फॉर्मेट यानी टेस्ट क्रिकेट और वन डे में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. वन डे में 18,426 और टेस्ट मैचों 15,921 रन सचिन के नाम हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वे सर्वाधिक 34,347 रन बनाने में सफल रहे हैं.
सचिन तेंदुलकर टेस्ट क्रिकेट में 12000 और इससे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. वनडे क्रिकेट में भी 10000 रन तक पहुंचने वाले सचिन ही पहले खिलाड़ी थे.
सचिन तेंदुलकर टेस्ट खेलने वाले सभी देशों के खिलाफ शतक लगा चुके हैं, यह कमाल सचिन तेंदुलकर के अलावा आस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ और दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन के बाद ऐसा करने वाले वह तीसरे खिलाड़ी हैं.
सचिन तेंदुलकर को अपने करियर में 76 बार मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला है, उन्होंने वन डे में 62 और टेस्ट क्रिकेट में 14 बार मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता है.
सचिन तेंदुलकर ही वह पहले बल्लेबाज थे, जिन्होंने वन डे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक लगाया था. यह शतक उन्होंने ग्वालियर में लगाया था, हालांकि बाद में कई बल्लेबाजों ने दोहरे शतक लगाए हैं. लेकिन इसकी शुरुआत करने वाले सचिन तेंदुलकर ही थे.
सचिन के बाद भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा ने भी दोहरे शतक लगाए हैं. सचिन तेंदुलकर ने अपने लंबे करियर में छह बार वन डे विश्व कप खेला है.
इसके अलावा यह कमाल पाकिस्तान के पू्र्व कप्तान जावेद मियांदाद ही छह विश्व कप खेल चुके हैं. छह विश्व कप खेलने के बाद सचिन तेंदुलकर का सपना आखिरी विश्व कप में इस ट्रॉफी को अपने हाथ में उठाया था.
भारत ने साल 2011 में विश्व कप जीता था, यह सचिन तेंदुलकर का आखिरी विश्व कप था. यानी इसके बाद सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिनके नाम 20 साल की उम्र से पहले 5 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट शतक दर्ज हो गए थे. इसी से आप समझ सकते हैं कि वे रन बनाने के कितने भूखे थे. अपने पहले मैच से लेकर आखिरी मैच तक सचिन तेंदुलकर रन ही बनाते रहे.