मां वैष्णो देवी के करें दर्शन इस समय मां वैष्णो देवी के दर्शन करना बहुत शुब माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री राम ने त्रेतायुग में देवी त्रिकुटा को यानि कि मां वैष्णो कहते हैं, उन्हें इस जगह पर लाने से कलियुग के अंत तक सभी भक्तों के कष्ट दूर हो जाएंगे.
मां पीताम्बरी देवी ऐसा कहा जाता है, कि जो भक्त इस मंदिर का दर्शन करता है, उसे सौभाग्य की प्राप्ति होती है. ऐसा कहा जाता है कि यहां मां पीतांबरा देवी तीन प्रहर में अलग-अलग स्वरूप धारण करती हैं. यदि किसी भक्त ने सुबह मां के किसी स्वरूप के दर्शन किए हैं तो दूसरे प्रहर में उसे दूसरे रूप के दर्शन का सौभाग्य मिलता है.
मां त्रिपुर सुंदरीये मंदिर बिहार के बक्सर में 400 साल निर्माण किया गया था. ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर के परिसर से आवाजें आती हैं. कहते हैं, कि सब प्रतिमाएं आपस में बात करती हैं.
दुर्गा परमेश्वरी मंदिर ये मंदिर मंगलूरू में स्थिल है. कहते हैं, कि यहां पर अग्नि केलि नाम की एक परंपरा के तहत एक-दूसरे पर अंगारे फेंकते हैं. यह परंपरा अभी से नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है. मंदिर में सबसे पहले देवी की शोभा यात्रा निकाली जाती है.
शक्तिपीठ मां दंतेश्वरी मंदिरये मंदिर दंतेवाड़ा में स्थित है. ये 51 शक्तिपीठों में से एक है. यहां मां सती का दांत गिरा था. इसलिए इस जगह का नाम दंतेवाड़ा और दंतेश्वरी पड़ गया है. नवरात्रि के समय यहां के दर्शन अवश्य करें.
दक्षिणेश्वर काली मंदिर ये मंदिर कोलकाता में स्थित है. यह भक्तों के श्रद्धा का केंद्र माना जाता है. यहां आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. कहा जाता है कि यहां नवरात्र के दिनों में देवी का दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है.