पौराणिक कथा के अनुसार, ऐसी मान्यता है कि पतंग उड़ाने की परंपरा सबसे पहले भगवान राम ने शुरु की थी. मकर संक्रांति के दिन भगवान राम ने पतंग उड़ाई थी. जो इंद्रलोक तक पहुंच गई थी. इसलिए इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है.
पतंग उड़ाना स्वतंत्रा को दर्शाता है, मकर संक्रांति के साथ-साथ स्वतंत्रता दिवस के दिन भी पतंग उड़ाई जाती है. जो आजादी का संकेत देती है. पतंग उड़ाने से सभी जगह खुशी का संदेश भेजा जाता है.
वैज्ञानिक के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन जब सूर्य की किरण अमृत के समान लगती है, जो व्यक्ति को रोगों से मुक्त कर देती है. इस दिन पतंग उड़ाने से आपके शरीर में सूर्य की किरण अधिक मात्रा में पड़ती है. जिससे आपके शरीर को विटामिन डी मिलता है, जिससे आपके सारे रोग दोष दूर हो जाते हैं.