आपके मन में सवाल चल रहा होगा कि आखिर ये सूर्य तिलक क्या होता है? ऐसे में आइए जानते हैं कि सूर्य तिलक क्या है और रामलला को कब और किस समय सूर्य तिलक किया जाएगा.
पौराणिक कथाओं के मुताबिक, प्रभु श्री राम सूर्यवंशी राजा थे. इसलिए उन्हें सूर्य तिलक किए जाने की परपंरा है. ऐसे में प्रभु राम का सूर्य तिलक किया जाएगा.
मंदिर में विराजमान भगवान राम के माथे पर सूर्य की रोशनी आएगी. यह काम एक तकनीक के जरिए किया जाएगा. आइए जानते हैं कैसे काम करेगी तकनीक
दरअसल, मंदिर का निर्माण करते समय सूर्य तिलक को ध्यान में रखते हुए इसमें एक विशेष दर्पण या लेंस का इस्तेमाल किया गया है. आपको बता दें कि राम मंदिर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि हर रामनवमी की तिथि पर सूर्य की किरणें रामलला की मूर्ति के मस्तिष्क पर तिलक लगाएंगी.
रामनवमी पर दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें रामलला के मस्तिष्क पर तिलक लगाएंगी. ये किरणें रामलला के मस्तिष्क पर करीब 4 मिनट तक रहेंगी.