इस दिन सूर्य और चन्द्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में होते है. ऐसा खास संयोग साल में सिर्फ अक्षय तृतीया पर ही बनता है. इस दिन सूर्य मेष में और चन्द्रमा, वृष राशि में होते है.
हर साल अक्षय तृतीया वैशाख शुक्ल की तृतीया तिथि को मनाई जाती है. इस साल दिनांक 22 अप्रैल को सुबह 07:50 मिनट से तृतीया तिथि की शुरूआत होगी और 23 अप्रैल को सुबह 07:48 मिनट तक रहेगी.
इस दिन त्रिपुष्कर योग सुबह 5 बजकर 49 मिनट से सुबह 7 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. आयुष्मान योग सुबह 8 बजकर 3 मिनट तक रहने वाला है. सौभाग्य योग-सुबह 8 बजकर 3 मिनट से पूरी रात शुभ फलदायी रहेगा.
वहीं सर्वार्थ सिद्धि, सर्वाअमृत और रवि योग-रात 11 बजकर 24 मिनट से 23 अप्रैल की सुबह 05 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. अब ऐसे में हम लोग पूरे साल भर ही कुछ ना कुछ खरीदते ही रहते हैं लेकिन माना जाता है कि अक्षय तृतीया पर जो खरीदा जाता है उसमें दिन दूनी, रात चैगुनी वृद्धि होती है.
इस दिन शुभ वस्तुओं की खरीददारी से मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं. घर में अन्न धन का भण्डार हमेशा भरा रहता है. इस दिन सोने, चांदी के गहने, बर्तन, सम्पति, जमीन, प्लॉट, मकान और अन्य जगह निवेश करने से लाभ मिलता है. इसलिए इस दिन अपने सामर्थ्य के हिसाब से कुछ न कुछ अवश्य खरीदें.