हवाई जहाज से अंतरिक्ष में जाना तकनीकी रूप से संभव नहीं है. हवाई जहाज वायुमंडल के ऊपर ही उड़ते हैं और अंतरिक्ष में यात्रा के लिए इनकी योग्यता नहीं होती.
अंतरिक्ष में जाने के लिए विशेष रक्षा के साथ बनाए गए अंतरिक्ष यान (Spacecraft) का उपयोग किया जाता है. तो सवाल है कि आखिर हम क्यों नहीं प्लेन से अतंरिक्ष में जा सकते हैं. आइए जानते हैं कि क्यों ये संभव नहीं है.
हम हवाई जहाज़ से अंतरिक्ष में नहीं जा सकते क्योंकि हवाई जहाज़ पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल को पार नहीं कर सकते है. अंतरिक्ष में जाने के लिए पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण पर काबू पाना होगा.
जो escape velocity (11.2 किमी/सेकंड) की गति से अधिक हो जाता है, इस velocity को हवाई जहाज द्वारा पार नहीं किया जा सकता है.
मिसाइलों का इस्तेमाल मिसाइलें पहले पृथ्वी की कक्षा के कई चक्कर लगाती हैं, फिर जब वे escape velocity (11.2 किमी/सेकंड) प्राप्त कर लेती हैं तब वे गुरुत्वाकर्षण बल पर काबू पाकर अंतरिक्ष में जाने में सक्षम होती हैं.
वायुयान के इंजन अपने वायुमंडलीय दबाव के कारण ही अपनी गति प्राप्त कर पाते हैं जबकि मिसाइलें क्रायोजेनिक इंजन से अंतरिक्ष में जाती हैं.