बाबासाहेब आंबेडकर ने संविधान निर्माण समिति के अध्यक्ष के रूप में अपने दृढ़ नेतृत्व में दिखाया. उन्होंने समिति के सदस्यों के साथ मिलकर न्याय, सामाजिक समानता, और धर्मनिरपेक्षता के मूल सिद्धांतों को तय किया और संविधान को तैयार किया.
पंडित नेहरू ने संविधान निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने समाजवाद और सामाजिक न्याय के लिए समर्थन जताया और भारतीय संविधान को एक समृद्ध, समरस, और लोकतंत्रात्मक दृष्टिकोण से तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान निर्माण समिति के अध्यक्ष के रूप में योगदान किया और संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में भी चयनित हुए. उनका नेतृत्व संविधान की स्वीकृति में महत्वपूर्ण था.
सरदार पटेल, जिन्हें लौह पुरुष कहा जाता है, ने भारतीय संघ को एकत्र करने में अद्भुत कार्य किया. उनका संघठन और एकता के सिद्धांतों पर विशेष बल था, जिसने संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
के. एम. मुन्शी ने संविधान निर्माण में अपनी उदार दृष्टिकोण और विचारशीलता के लिए प्रसिद्ध थे. उन्होंने संविधान के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई और न्यायपूर्ण संविधान की रचना करने में मदद की.
Republic Day 2024 : आचार्य जेबी कृपलानी संविधान सभा में मौलिक अधिकारों पर उप-समिति के अध्यक्ष थे. उन्होंने संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.