उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद सबसे अधिक प्रभावित हुए जोशीमठ के तपोवन में भारतीय सेना के जवानों ने इंजीनियर टास्क फोर्स के साथ मिलकर सुरंग को खोल दिया है. आपदा की चपेट में आने के 24 घंटे बाद भी यहां बचाव कार्य चल रहा है.
देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई-17 और ALH हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के साथ हवाई राहत और बचाव अभियान फिर से शुरू हुआ.
एसडीआरएफ ने चमोली ज़िले में तपोवन बांध के पास की सुरंग में बचाव अभियान शुरू किया.
चमोली के जोशीमठ में दूसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है. कल 12 लोगों को एक सुरंग से बचाया गया.
लोगों को बचाने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद से दूसरी सुरंग को साफ किया जा रहा है.
एसडीआरएफ-उत्तराखंड पुलिस की टीम ने श्रीनगर डैम के आसपास सर्च ऑपरेशन चलाया.