राजौरी में आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के खांदली इलाके में आतंकियों ने भाजपा नेता जसबीर सिंह के घर पर ग्रेनेड से हमला किया. हमले में 4 लोग घायल हुए और जसबीर सिंह के साढ़े तीन साल के भतीजे वीर सिंह की मौत हो गयी.
भोपाल गैस त्रासदी
तीन दिसंबर, 1984 को आधी रात के बाद भोपाल की गैस त्रासदी हुई. यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से निकली जहरीली गैस-मिथाइल आइसो साइनाइट ने हजारों लोगों की जान ले ली थी. तस्वीर में एक मृत बच्चे को दफनाया जा रहा है.
हरी आंखों वाली अफगानी लड़की
नेशनल ज्योग्राफिक में जून 1985 में कवर पर प्रकाशित अफगान मूल की 12 वर्षीय शरबत गुल की इस तस्वीर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली. इस तस्वीर को स्टीव मैक्करी ने खींची थी. हरी आंखों वाली अफगान लड़की 1984 में अफ़ग़ान युद्ध के दौरान अपने परिवार के साथ पाकिस्तान आई थी और शरणार्थियों के बनाए शिविर में ही रुक गई थी.
सूडान में बच्ची की मौत का इंतजार करता गिद्ध
एक भूखी सूडानी बच्ची के मरने का इंतजार कर रहे गिद्ध की यह तस्वीर फोटो पत्रकार केविन कार्टर ने 1993 में ली थी, जिसके लिए बाद में उन्हें पुलित्जर पुर्सकार मिला. लेकिन वे अपनी उपलब्धि का आनंद लेने के लिए कुछ महीने ही जीवित रहे क्योंकि वे अवसाद में चले गए और 33 वर्ष की आयु में आत्महत्या कर ली थी.
सीरिया की एलन कुर्दी
सीरिया में समुद्र के किनारे पड़ा यह शव कुर्दी मूल के तीन वर्षीय बच्चे एलन कुर्दी की है. कुर्दी का परिवार सीरियाई गृहयुद्ध से बचने के लिए 2 सितंबर, 2015 को एक नौका में तुर्की से ग्रीस जाने की कोशिश कर रहा था, पर नौका के डूबने से कुर्दी की मौत हो गई थी.
भोपाल गैस त्रासदी
तीन दिसंबर, 1984 को आधी रात के बाद भोपाल की गैस त्रासदी हुई. यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से निकली जहरीली गैस-मिथाइल आइसो साइनाइट ने हजारों लोगों की जान ले ली थी. तस्वीर में एक मृत बच्चे को दफनाया जा रहा है.
राजौरी में आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकी हमला, तीन वर्षीय बच्चे की मौत के खांदली इलाके में आतंकियों ने भाजपा नेता जसबीर सिंह के घर पर ग्रेनेड से हमला किया. हमले में 4 लोग घायल हुए और जसबीर सिंह के साढ़े तीन साल के भतीजे वीर सिंह की मौत हो गयी.
हरी आंखों वाली शरबत गुल
नेशनल ज्योग्राफिक में जून 1985 में कवर पर प्रकाशित अफगान मूल की 12 वर्षीय शरबत गुल की इस तस्वीर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली. इस तस्वीर को स्टीव मैक्करी ने खींची थी. हरी आंखों वाली अफगान लड़की 1984 में अफ़ग़ान युद्ध के दौरान अपने परिवार के साथ पाकिस्तान आई थी और शरणार्थियों के बनाए शिविर में ही रुक गई थी.