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सोमनाथ चटर्जी
पूर्व लोकसभा स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का निधन हो गया है। दिल का दौरा पड़ने के कारण कुछ समय से कोलकाता के एक हॉस्पिटल भर्ती थे। चटर्जी की हालत रविवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद गंभीर थी। उन्हें किडनी संबंधी बीमारी भी थी और सात अगस्त को क्लीनिक में उन्हें गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था।
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सोमनाथ चटर्जी
कोलकाता शुरुआती पढ़ाई करने वाले सोमनाथ ने प्रेसिडेंसी कॉलेज और फिर कोलकाता विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा हासिल की। इसके साथ ही कैंब्रिज के जीसस कॉलेज से साल 1952 में ग्रेजुएशन और फिर साल 1957 में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। उन्होंने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन, दोनों कानून के विषय में की। उन्होंने सक्रिय राजनीति में आने से पहले कोलकाता हाईकोर्ट में वकालत भी की थी।
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सोमनाथ चटर्जी
साल 1968 में सोमनाथ ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्स) में शामिल हुए थे। 1971 में वह CPIM के समर्थन से निर्दलीय सांसद बने। सोमनाथ 9 बार सांसद चुने गए थे। साल 1984 में ममता बनर्जी ने उन्हें जाधवपुर सीट से हरा दिया था। इसके बाद फिर साल 1989 से साल 2004 तक लगातार जीत हासिल करते रहे। साल 2004 में वह 14वीं लोकसभा में 10वीं बार सांसद चुने गए।
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सोमनाथ चटर्जी
आम सहमति से अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में सोमनाथ चटर्जी आम सहमति से लोकसभा के अध्यक्ष बने। साल 1996 में उन्हें उत्कृष्ट सांसद का पुरस्कार मिला था।
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सोमनाथ चटर्जी
साल 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौते पर यूपीए से सीपीएम द्वारा समर्थन वापस लेने के दौरान सोमनाथ चटर्जी ने स्पीकर पद से इस्तीफा देने से इंकार दिया था। जिसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। सीपीएम से निष्कासन के बाद उन्होंने अगस्त 2008 में घोषणा की थी कि वह अगले लोक सभा चुनाव (2009) में राजनीति से सन्यास ले लेंगे।
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सोमनाथ चटर्जी
अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में सोमनाथ चटर्जी ने लोकसभा के शून्य काल का लाइव प्रसारण शुरु करवाया था। साल 2006 से लोकसभा टीवी का प्रसारण 24 घंटे के लिए किया जाने लगा था।