बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एम्स में शनिवार को आखिरी सांस ली.
अरुण जेटली 1974 में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संगठन के अध्यक्ष बने. यहां से उनका सियासी सफर शुरू हुआ.
अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को महाराज किशन जेटली और रतन प्रभा जेटली के घर दिल्ली में हुआ था.
नई दिल्ली सेंट जेवियर्स स्कूल से 1957-69 तक अरुण जेटली ने पढ़ाई की. इसके बाद वे श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और दिल्ली यूनिवर्सिटी से 1977 में लॉ की डिग्री ली.
इमरजेंसी के दौरान अरुण जेटली को19 महीना जेल में रहना पड़ा. राज नारायण और जयप्रकाश नारायण की तरफ से चलाये गए भ्रष्टाचार विरोधी जनांदोलन में भी वो प्रमुख नेताओं में से थे.
अरुण जेटली 1980 में वो बीजेपी के सदस्य बने. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
अरुण जेटली 1991 से ही बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बने. 1999 में बीजेपी के प्रवक्ता बने. 13 अक्टूबर 1999 को सूचना प्रसारण राज्य मंत्री बने.
23 जुलाई 2000 को जेटली को कानून, न्याय और कंपनी मामलों के मंत्री का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया.
तबीयत खराब होने की वजह से अरुण जेटली ने मोदी सरकार के 2.0 में कोई भी पदभार लेने से मना कर दिया.
अरुण जेटली सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता के पद पर भी रहे. उनका नाम टॉप वकीलों में शुमार.