पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
चीन के वुहान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। वह दो दिनों के अनौपचारिक दौरे पर वहां गए थे। इस दौरान पीएम मोदी का बॉलीवुड के गाने की धुन पर स्वागत हुआ, चाय पर चर्चा हुई और कई अहम मुद्दों पर सहमति भी बनी।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के चीन दौरे के बाद आज देश वापस लौट रहे हैं। दौरे के दूसरे दिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने वुहान के ईस्ट लेक में नौका विहार किया।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
एशिया के दो बड़े देशों के बीच इस रणनीतिक और अनौपचारिक मुलाकात से संबंधों पर गहरा असर पड़ने वाला है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 2019 में अनौपचारिक बैठक के लिए भारत आमंत्रित किया।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
चीन के वुहान शहर में मोदी और जिनपिंग के बीच यह अपनी तरह की अनोखी और इस तरह की पहली मुलाकात है, जो द्विपक्षीय संबंधों की नई शुरुआत का संकेत है।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
पीएम मोदी ने भारत और चीन के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के तर्ज पर 'पंचशील' या पांच बिन्दुओं के एजेंडे का अपना मंत्र दिया।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ अपने अनौपचारिक बैठक में पीएम मोदी ने 'पंचशील' के जरिये दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने को लेकर कहा कि यह इन पांच बिंदुओं पर आधारित होने चाहिए- साझा नजरिया, मजबूत रिश्ते, साझा विचार, बेहतर संवाद और साझा समाधान।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इसकी जानकारी भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी। विदेश सचिव विजय गोखले के मुताबिक दोनों देशों की बीच कई मुद्दों पर सकारात्मक बातचीत हुई, जिसमें भारत-चीन के बीच शांतिपूर्ण रिश्तों पर जोर देने की चर्चा हुई।
पीएम मोदी और शी जिनपिंग (ANI)
अपने दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन पीएम मोदी ने लिखा, 'राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ भारत-चीन सहयोग के विभिन्न मुद्दों पर केंद्रित रही। हमने आर्थिक संबंधों के साथ लोगों के संबंधों जोर देने को लेकर बातचीत की। इसके अलावा हमने कृषि, तकनीक, ऊर्जा और पर्यटन पर भी चर्चा की।'
पीएम मोदी (ANI)
साथ ही दोनों देशों ने आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है और सीमा से जुड़े सभी विवादों को खत्म शांति के लिए पहल पर सहमति जताई है।