लंका दहन और अक्षय कुमार का वध
सुन्दरकाण्ड में हनुमान द्वारा किये गये कार्यों को बताया गया है। इसमें हनुमान का लंका प्रस्थान, लंका दहन से लंका से वापसी तक के घटनाक्रम आते हैं। इस सोपान के मुख्य घटनाक्रम है – हनुमानजी का लंका की ओर प्रस्थान, अक्षय कुमार का वध, विभीषण से भेंट, सीता से भेंट करके उन्हें श्री राम की मुद्रिका देना, लंका दहन और लंका से वापसी।
हनुमान अशोकवाटिका में अपनी भूख मिटाने जाते हैं।
सीता से मिलने के बाद हनुमान ने सीता से कहा कि उन्हें भूख लगी है और यदि उन्हें आपत्ति न हो तो वो रावण के बगीचे में लगे फलों के पेड़ों से फल खा लें। फल खाते समय पेडों के टूटने से राक्षस हमला कर देते हैं।
मेघनाद हनुमान को पकड़कर रावण के दरबार में लाता है।
जिन्हें हनुमान मारकर भगा देते हैं और जाकर रावण से शिकायत करते हैं। रावण हनुमान को पकडने के लिये अक्षय कुमार को भेजता है, जिसका हनुमान वध कर देते हैं। फिर मेघनाद जाकर उन्हें पकड़कर रावण के दरबार में लाता है।
रावण हनुमान के पूंछ में आग लगाने की आज्ञा देता है।
रावण हनुमान का मजाक उड़ाता है और फिर उनकी पूंछ में आग लगाने की आज्ञा देता है।
हनुमान लंका के सभी घरों पर जाकर आग लगा देते हैं।
हनुमानजी की पूंछ में आग लगा दी जाती है और उसके बाद हनुमान लंका के सभी घरों पर जाकर आग लगा देते हैं और थोड़ी ही देर में पूरी लंका जलने लगती है।
हनुमान वापस आकर राम को सारा क़िस्सा बताते हैं।
हनुमान सीता से दोबारा मिलकर वापस आते हैं और राम को सीता का हाल बताते हैं और सीता की चूड़ामणि उन्हें देते हैं।