Independence day special: आजादी के इन नारे के साथ धधक उठी थी आजादी की आग
15 अगस्त 2021 को भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने वाला है. भारत में हर किसी को 15 अगस्त का बेसब्री से इंतजार रहता है. यह दिन हर भारतीय के लिए
बेहद ही खास होता है. आइए इस अवसर पर नारों के माध्यम से याद करते हैं उन वीरों को जिन्होंने देश को आजादी दिलाने को अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया.
News Nation Bureau | Updated : 14 August 2021, 06:00:09 PM
बंकिमचंद्र चटर्जी
“वंदे मातरम”- बंकिमचंद्र चटर्जी
नेताजी सुभाष चंद्र बोस
“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” – नेताजी सुभाष चंद्र बोस
महात्मा गांधी
“अंग्रेजों भारत छोड़ो” – महात्मा गांधी
भगत सिंह
“इंकलाब जिंदाबाद” – भगत सिंह
लाला लाजपत राय
“मेरे सिर पर लाठी का एक-एक प्रहार, अंग्रेजी शासन के ताबूत की कील साबित होगा” – लाला लाजपत राय
बाल गंगाधर तिलक
“स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूंगा” – बाल गंगाधर तिलक
चंद्र शेखर आजाद
“दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे” – चंद्र शेखर आजाद
अल्लामा इकबाल
“सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा” – अल्लामा इकबाल
सुभाष चंद्र बोस
“जय हिंद” – सुभाष चंद्र बोस
रामप्रसाद बिस्मिल
“सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है” – रामप्रसाद बिस्मिल
लाल बहादुर शास्त्री
“जय जवान, जय किसान” – लाल बहादुर शास्त्री
पंडित मदनमोहन मालवीय
“सत्यमेव जयते” – पंडित मदनमोहन मालवीय