बुरहान वानी से अबु दुजाना तक वो चेहरे जिसे सुरक्षाबलों ने मार गिराया
पहले बुरहान वानी, फिर सबजार बट, जुनैद मट्टू और अब अबू दुजाना को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। पिछले करीब एक सालों में इन आतंकियों के नाम के आगे कश्मीर की खूबसूरती की खबर गायब रही। हालांकि वादी में शांति स्थापित करने के लिए सुरक्षाबलों की कार्रवाई लगातार जारी रही। पिछले साल जुलाई में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर में अशांति है। दरअसल कश्मीर से आतंकियों के सफाये के लिए सेना 'ऑपरेशन ऑलआउट' अभियान चला रही है। 'ऑपरेशन ऑलआउट' के तहत आतंकियों की एक लिस्ट तैयार की गई है। इसके तहत अब तक करीब 106 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया है। जिसमें बुरहान वानी, फिर सबजार बट, फैजान मुजफ्फर, जुनैद मट्टू और अबू दुजान जैसे आतंकी शामिल हैं।
अबु दुजाना
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक शीर्ष पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया, जिसके सिर पर 15 लाख रुपये का ईनाम था। उसका एक साथी भी मारा गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबु दुजाना के मारे जाने को एक 'बड़ी उपलब्धि' बताया। पुलिस के मुताबिक, वह लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था और 2012 से दक्षिणी कश्मीर में सक्रिय था। उसके साथ ही एक स्थानीय आतंकवादी आरिफ लालिहारी भी मारा गया। वे मुठभेड़ में हकरीपुरा गांव में मारे गए। पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगिट-बाल्टीस्तान क्षेत्र का रहने वाला दुजाना भारतीय सुरक्षा बलों पर किए गए कई हमलों के लिए जिम्मेदार था।
सबजार बट
दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में इसी साल 27 मई को सुरक्षा बलों के हाथों हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सबजार बट मारा गया था। बट ने अप्रैल, 2015 में पूर्व कमांडर बुरहान वानी के छोटे भाई खालिद मुजफ्फर के मारे जाने के बाद आतंकवाद का दामन थामा था। त्राल के रुस्तम गांव का रहने वाला बट पिछले दो साल से इलाके में बेहद सक्रिय था। पुलिस की वांछित सूची में 'ए प्लस प्लस' श्रेणी में सबसे ऊपर रखा गया बट पिछले वर्ष जुलाई में सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए वानी के अंतिम संस्कार में सार्वजनिक तौर पर शामिल हुआ था। हिजबुल से जुड़ने के साथ ही बट को ऊंचा ओहदा दिया गया और वह वानी की मुख्य टीम का हिस्सा बन गया था। बट ने आम नागरिकों के बीच अपना नेटवर्क तैयार किया, जो इलाके में आतंकवादी संगठन को मदद मुहैया कराते थे।
बुरहान वानी
बीते साल 8 जुलाई को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। जिसके बाद से कश्मीर में अशांति है। उसके बाद फैली हिंसा में 90 नागरिक मारे गए थे और लगभग 12,000 लोग घायल हुए थे।
जुनैद मट्टू
लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कमांडर जुनैद मट्टू को इसी साल जून में सुरक्षाबलों ने कुलगाम में मार गिराया था। जुनैद के साथ उसके दो साथी भी मारे गये थे। पुलिस ने बताया कि कुख्यात आतंकवादी जुनैद लश्कर का जिला कमांडर था और वह कई आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। वह कुलगाम के बोगंद क्षेत्र में एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या में भी शामिल था। पिछले साल अनंतनाग में एक बसअड्डे के पास एक सहायक सब-इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल की हत्या में भी वह शामिल था। नासिर और आदिल पिछले साल लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुए थे।