दवाइयां
जीएसटी के बाद भी करीब 78 फीसदी दवाओं की कीमतों पर कोई असर नहीं होगा। 1 जुलाई से देश में नई कर व्यवस्था के लागू होने के बाद भी करीब 78 फीसदी दवाओं की कीमतों पर कोई असर नहीं होगा।
डायबिटीज
दुनिया भर में करीब 35 करोड़ लोग मधुमेह का शिकार हैं। इनमें से करीब 6.3 करोड़ लोग अकेले भारत में डायबिटीज से ग्रस्त हैं। WHO के अनुसार 2030 तक डायबिटीज लोगों की मौत का सातवां सबसे बड़ा कारण होगा।
डायबिटीज चेक करने की मशीन
दुनियाभर में 422 मिलियन व्यस्क मधुमेह से ग्रस्त है। 2012 में 1.5 मिलियन लोगों की मधुमेह के कारण मौत हुई। जीएसटी के बाद भी करीब 78 फीसदी दवाओं की कीमतों पर कोई असर नहीं होगा।
कैंसर सेल
भारत में करीब 14.5 लाख लोग कैंसर से ग्रस्त है। हर साल 7 लाख कैंसर के नए मामले दर्ज किये जाते है। भारत में कैंसर से हर साल 5,56,400 लोग अपनी जान गवां बैठते है। GST से एंटी कैंसर, HIV समेत 761 दवाएं महंगी नहीं होंगी।
एड्स के मामलों में भारत विश्व में तीसरे पायदान पर
एड्स के मामलों में भारत विश्व में तीसरे पायदान पर है। 15-20 लाख लोग एड्स से पीड़ित हैं और 1.50 लाख लोग वर्ष 2011-2014 के बीच इसकी वजह से मर चुके हैं। 2015 की WHO रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में 367 मिलियन लोग एड्स का शिकार है।
एंटीबायोटिक्स
एनपीपीए जीएसटी के लागू होने से पहले ही एंटी कैंसर, एचआईवी, डायबिटीज और एंटीबायोटिक्स समेत 761 दवाओं की कीमतों की घोषणा कर चुकी है।
दवाइयां
जीएसटी के लागू होने के बाद अधिकांश इस्तेमाल की जाने वाली दवा की कीमतों में 2.29 फीसदी तक की बढ़ोतरी होगी। सरकार ने सभी दवाओं को जीएसटी के 12 फीसदी वाले स्लैब में रखा है।