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भारतीय वायुसेना के आज 88 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना ने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया. एयरफोर्स-डे के मौके पर पहली बार हिंडन एयरबेस पर आसमान में राफेल विमानों की गर्जना सुनाई दी. राफेल के साथ-साथ तेजस और सुखोई फाइटर जेट ने भी अपना दम दिखाया. इस दौरान जगुआर लड़ाकू विमान भी रहे, जिन्होंने आसमान में उड़ान भरी.
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परेड में सबसे पहले दो चिनूक हैलीकॉप्टर ने उड़ान भरी. इसका नेतृत्व विंग कमांडर राहुल शर्मा ने किया. एक चिनूक ने कंटेनर और दूसरे चिनूक ने एक तोप को लेकर जाने का नमूना पेश किया. चिनूक पिछले साल वायुसेना में शामिल हुए, जिससे देश की वायुशक्ति में इजाफा हुआ.
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इसके बाद MI-35 और अपाचे हैलीकॉप्टर भी आसमान में गरजे. एक MI-35 और 4 अपाचे हैलीकॉप्टर ने अपनी ताकत दिखाई. इनका नेतृत्व ग्रुप कैप्टन राजशेखर ने किया.
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परेड के दौरान सूर्यकिरण टीम ने आसमान में अपने करतब दिखाए. इस टीम में कई विमान आते हैं, जिसमें दुश्मन को वक्त रहते ही ध्वस्त करने की क्षमता है.
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राफेल ने फ्लाईपास्ट के दौरान जगुआर और मिराज 2000 के साथ एरोहेड फोरमेशन में उड़ान भरी. परेड के दौरान आज सभी की निगाहें राफेल की ताकत को दिखने पर ही टिकी रहीं.
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राफेल विमान के तुरंत बाद तेजस ने आसमान में अपना दम दिखाया. हिंडन एयरबेस पर आज भारत में बने तेजस विमान ने भी अपनी ताकत दिखाई. आसमान में तेजस की शक्ति और रफ्तार को हर कोई देखता रह गया.
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समारोह में परेड के दौरान में सुखोई लड़ाकू विमान भी रहे. इन्होंने भी आसमान में उड़ान भरी और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया.
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आज वायुसेना दिवस के मौके पर समारोह में कुल 56 एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया. इनमें 19 फाइटर, 19 हेलीकॉप्टर, 7 ट्रांसपोर्ट, 9 सूर्य किरण एरोबैटिक टीम के हॉक और 2 विंटेज शामिल थे.