एम. करुणानिधि (IANS)
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(द्रमुक) के अध्यक्ष और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि को मरीना बीच पर अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान हजारों की संख्या में उनके समर्थक जुटे और नम आंखों से उन्हें विदा किया। आज दोपहर चार बजे राजाजी हॉल से फूलों से सजे सांय वाहन से अंतिम शव यात्रा शुरू हुई थी।
एम. करुणानिधि (IANS)
हॉल में सुबह से उनके पार्थिव शरीर को रखा गया था। 94 वर्षीय दिग्गज राजनीतिज्ञ का पार्थिव शरीर तिरंगे से लिपटा हुआ था। द्रमुक नेता और करुणानिधि के बेटे एम.के. स्टालिन और पार्टी के नेता सैन्य वाहन के आगे-आगे चल रहे थे। इस अवसर पूरे तमिलनाडु से आए लाखों लोग भावुक मुद्रा में उमड़े।
अंतिम दर्शन के दौरान झड़प
स्टालिन ने महान नेता की अंतिम यात्रा के दौरान लोगों से शांत रहने की अपील की। अंतिम दर्शन के दौरान झड़प में कई लोग घायल हो गए और दो की मौत हो गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (IANS)
राजाजी हॉल में बड़ी-बड़ी राजनीतिक हस्तियों का जमावड़ा रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी , तमिलनाडु के राजयपाल बनवारीलाल पुरोहित समेत कई नेताओं ने दिवंगत नेता एम. करुणानिधि को श्रद्धांजलि अर्पित की।
करूणानिधि के अंतिम दर्शन (IANS)
तलिनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने भी द्रमुक अध्यक्ष और पांच पार मुख्यमंत्री रहे एम. करुणानिधि को यहां राजाजी हॉल में अंतिम श्रद्धांजलि दी। अभिनेता से नेता बने रजनीकांत ने भी दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
करूणानिधि के अंतिम दर्शन (IANS)
दिग्गज नेता करूणानिधि के निधन की खबर सुनकर उनके समर्थक फूट-फूट कर रो पड़े। करूणानिधि के अंतिम दर्शन के दौरान भी जनसैलाब उमड़ा हुआ नज़र आया।
करूणानिधि के अंतिम दर्शन (IANS)
करूणानिधि का नाम आते ही काला चश्मा और पीला गमछा ओढ़े एक शख्स की तस्वीर सामने आती है। सात दशक तक दक्षिण की राजनीति में धुरी रहे करूणानिधि ने ऐसा मुकाम पाया जहां तक पहुंचना कइयों का सपना है। दक्षिण में रहकर उत्तर की राजनीति को प्रभावित करने वाले करूणानिधि द्रविड़ अभियान से जुड़े उन अंतिम लोगों में से एक थे, जो तमिलनाडु में पांच दशक पहले सामाजिक न्याय के आधार पर राजनीति में पिछड़े वर्ग के उत्थान और कांग्रेस शासन की समाप्ति के अगुवा बनकर उभरे थे।
करूणानिधि (IANS)
दिग्गज नेता करुणानिधि तमिलनाडु के पांच बार मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब उन्होंने 1971 में इंदिरा गांधी का साथ दिया और इसका चुनावों में उन्हें फायदा मिला। 1975-77 के आपातकाल का कड़ा विरोध किया था, जिस दौरान करूणानिधि सरकार को भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया था।
करूणानिधि (IANS)
करुणानिधि के नेतृत्व में द्रमुक को 2004 और 2009 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में बेहतर स्थिति हासिल थी। इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में राजग सरकार में भी उनकी पार्टी को अच्छी स्थिति हासिल थी।