मौसम विभाग की मानें तो सोमवार दोपहर ढाई बजे के आसपास मिचौंग चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर उत्तर-पूर्व और नेल्लोर से 120 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में केंद्रित था।
तूफान के पांच दिसंबर की सुबह बापटला के करीब नेल्लोर और मछलीपट्टनम को जल्द पार करने की संभावना बनी हुई है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात मिचौंग कुछ घंटों में आंध्र प्रदेश की दक्षिणी तट से टकराने वाला है. इसका असर दिखने वाला है.
चक्रवात मिचौंग के प्रभाव की वजह से मछलीपट्टनम में हवा के झोके के साथ बारिश भी देखी गई है. अगले दो घंटों ये चक्रवात आंध्र प्रदेश के बापटला पर असर दिखाने वाला है.
तूफान के कारण आंध्र प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है. इस वजह से तिरुपति के सभी 5 प्रमुख बांध पूरी क्षमता से बह रहे हैं.
तमिलनाडु सरकार अलर्ट मोड पर है. यहां पर बुधवार को 4 जिलों- चेन्नई, कांचीपुरम, थिउवल्लूर और चेंगलपेट में स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश कर दिया गया है। इन सभी जिलों के सड़कें पानी में डूब गई हैं. बिजली और सड़क नेटवर्क पूरी तरह से ठप हैं.
तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और तिरूपति के विधायक भुमना करुणाकर रेड्डी और नगर आयुक्त हरिथा ने पुलावनी गुंटा और गोलावनी गुंटा इलाकों का जायजा लिया है. यह क्षेत्र बारिश के बाद जलमग्न हो चुके हैं.