सेना की मातमी धुन और 17 तोपों की सलामी के बीच जनरल रावत की बेटी कृतिका और तारिणी ने पूरे रीति रिवाजो के साथ अंतिम संस्कार किया.
नम आंखों से दोनों बेटियों ने पिता जनरल बिपिन रावत और मां मधुलिका को अंतिम विदाई दी. दंपति के अंतिम संस्कार से बेटियों ने पिंडदान भी किया. जेनरल बिपिन रावत
जिस वक्त बिपिन रावत की बेटियां उन्हें मुखाग्नि दे रही थीं उस समय तमाम मंत्री वहां नज़र आए .
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री किरेन रिजिजू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन और भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस भी अंतिम संस्कार के समय मौजूद थे.
शुक्रवार को दिल्ली कैंट के बरार स्क्वॉयर श्मशान घाट में शाम 04:45 बजे सीडीएस जनरल बिपिन रावत का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
दोपहर के 12.30 से 1.30 बजे तक सभी कर्मियों ने जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी.
सीडीएस जनरल रावत की अंतिम यात्रा में उमड़े लोगों के हुजूम ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’, ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, रावत जी का नाम रहेगा’ जैसे नारे लगाकर अपने महान सैनिक को अंतिम विदाई दी.
कानून मंत्री किरेन रिजिजू, राज्यवर्धन सिंह राठौर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CDS विपिन रावत को श्रद्धांजलि दिया.
भारत के पहले सीडीएस के रूप में, जनरल रावत को सेना के तीनों अंगों के बीच थिएटर कमान स्थापित करने और संयुक्तता लाने का काम सौंपा गया था. सीडीएस बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिनी ने अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि दी.