Carl Gustaf M4 को लगभग विश्व की सेनाएं उपयोग करती हैं. ये बेहद घातक और तेज हथियारों में गिना जाता है. यह अपने लक्ष्य से कभी नहीं चूकता है.
इस गन को स्वीडिश कंपनी साब (SAAB) तैयार करती है। इसे चलाने के लिए कंधे पर रखना होता है। इसका पूरा नाम कार्ल गुस्ताफ एम4 रिकॉयललेस राइफल (Carl Gustaf M4) है.
भारतीय सेना के लिए इसे पहली बार साल 1976 में स्वीडेन के साथ सहयोग एग्रीमेंट में ख़रीदा गया था. इस सयम इसकी मारक क्षमता 1,500 मीटर की है.
वर्तमान में Carl Gustaf M4 का निर्माण भारत में ही ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री द्वारा किया जाता है.