भारत के इतिहास में वित्त मंत्री रहे मोरारजी देसाई (Morarji Desai) के नाम सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड है. उन्होंने कुल 10 बार बजट किया था, जिसमें 8 आम बजट और 2 अंतरिम बजट थे.
मोरारजी देसाई के बाद वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P. Chidambaram) ने सबसे ज्यादा बार बजट पेश किया है. चिदंबरम ने कुल 9 बार बजट पेश किया है.
पी चिंदबरम के बाद प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee), यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha), वाई बी चव्हाण (Yashwantrao Balwantrao Chavan) और सीडी देशमुख (C. D. Deshmukh) ने बराबर 7 बार बजट पेश किया था.
यूपीए (UPA) सरकार में प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) 6 बार बजट पेश कर चुके हैं. टीटी कृष्नामचारी (T. T. Krishnamachari) ने भी वित्त मंत्री रहते हुए 6 बार देश का बजट पेश किया था.
जसवंत सिंह (Jaswant Singh), वीपी सिंह (V P Singh), सी सुब्रहमण्यम (Chidambaram Subramaniam), जॉन मथाई (John Matthai), आर के शंकमुखम चेट्टी (Ramasamy Chetty Kandasamy Shanmukham Chetty) दो-दो बार बजट पेश कर चुके थे.
जवाहर लाल नेहरु (Jawaharlal Nehru), इंदिरा गांधी (Indira Gandhi), राजीव गांधी (Rajiv Gandhi), चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh), एन डी तिवारी (N D Tiwari), मधु दंडवते (Madhu Dandavate), एस बी चव्हाण (Shankarrao Bhavrao Chavan ), सचिंद्र चौधरी (Sachindra Chaudhuri) वित्त मंत्री के तौर पर एक-एक बार बजट पेश कर चुके हैं.