अगर आपका बच्चा आपसे करता है बहस, तो उसे ठीक करने के लिए अपनाएं ये टिप्स

आजकल के बच्चे इतने जिद्दी हो गए हैं कि क्या कहे. कहीं कोई खिलौना दिख गया वो ना दिलाया तो रोना शुरू. कहीं घूमने का प्लैन बनाया और गलती से कैंसिल हो गया तो बस वहीं चीखना-चिल्लाना शुरू. ऐसे में सवाल पेरेंट्स पर उठने लगते हैं. कि उन्होंने अपने बच्चों को क्या सिखाया है. पेरेंट्स (parents) के लिए भी बच्चों की परवरिश करना आसान नहीं होता. ऐसी कंडीशन में होता ये है कि बच्चे जिद करने लगता है. और उसे पूरी करवाने की कोशिश में लगा रहता है. लेकिन, वहीं कई बार पेरेंट्स भी परेशान होकर समझाने के बजाय स्ट्रिक्टनेस बरतते हैं.

आजकल के बच्चे इतने जिद्दी हो गए हैं कि क्या कहे. कहीं कोई खिलौना दिख गया वो ना दिलाया तो रोना शुरू. कहीं घूमने का प्लैन बनाया और गलती से कैंसिल हो गया तो बस वहीं चीखना-चिल्लाना शुरू. ऐसे में सवाल पेरेंट्स पर उठने लगते हैं. कि उन्होंने अपने बच्चों को क्या सिखाया है. पेरेंट्स (parents) के लिए भी बच्चों की परवरिश करना आसान नहीं होता. ऐसी कंडीशन में होता ये है कि बच्चे जिद करने लगता है. और उसे पूरी करवाने की कोशिश में लगा रहता है. लेकिन, वहीं कई बार पेरेंट्स भी परेशान होकर समझाने के बजाय स्ट्रिक्टनेस बरतते हैं.

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Megha Jain
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