आजकल के लोग डाइट सोडा को पीने के नुकसानों से अनजान है. इसे पीने के साइड इफेक्ट्स कुछ कम नहीं है. इसका टेस्ट मीठा होता है और इसे पीने से फ्रेशनेस का एहसास होता है. लेकिन, ये बॉडी में जाकर कई तरह की बीमारियों के पैदा होने की वजह बनता है.
डाइट सोडा पीने से लोगों की बॉडी में अचानक से इंसुलिन के लेवल बढ़ने लगता है जिसे बॉडी एब्जॉर्ब (diet soda addiction side effects) नहीं कर पाती. इससे हाई ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम भी हो सकती है, जो स्ट्रोक और हार्ट अटैक की वजह बनती है.
एक रिसर्च में ये बताया जा चुका है कि डाइट सोडा रेगुलर पीने से हार्ट प्रॉब्लम्स का रिस्क बहुत बढ़ जाता है. ये पेट की चर्बी को भी बढ़ाता है.
दिन में 1-2 कप सोडा पीने से हार्ट अटैक (heart attack) या किडनी का अच्छे से काम ना करना और हेल्थ से जुड़ी बहुत-सी परेशानियां हो सकती है.
सोडे में मौजूद बनावटी स्वीटनर लोगों में सिर दर्द को बढ़ा सकता है. ये ब्लड में मूड खुश रखने वाला हार्मोन 'सेरोटोनिन' का लेवल कम कर देता है.
इससे सिरदर्द, घबराहट, नींद न आना, मूड में ज्यादा बदलाव (headache) होने जैसी प्रॉब्लम हो सकती हैं.
डाइट सोडा में जीरो या कम कैलोरी होती है. लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लोग शुरुआत में कैलोरी कम करने के लिए डाइट सोडा लेना शुरू कर देते हैं. लेकिन, फास्ट-फूड ज्यादा खाकर इस कैलोरी की भरपाई भी करते रहते हैं.
डाइट सोडा कैलोरी-फ्री तो होता है. लेकिन, साथ ही ये लोगों को ज्यादा मीठा या कैलोरी (diet soda side effects) वाला खाना खाने के लिए भी मोटिवेट करता है.
इस वजह से वजन बढ़ने लगता है. कई मामलो में डाइट सोडा भूख लगने वाले हार्मोन को बढ़ावा देकर भूख बढ़ाने (Does diet soda cause weight gain) का काम भी करता है.