अंगूर फाइबर, पोटैशियम का अच्छा सोर्स माने जाते है. लेकिन, बावजूद इसके जरूरत से ज्यादा अंगूर खाने से कई नुकसान होते हैं.
कुछ लोगों को पहले ही किडनी की प्रॉब्लम होती है. तो, जान लें कि ज्यादा अंगूर किडनी से जुड़ी प्रॉब्लम पैदा हो जाती है.
एक्सपर्ट्स की मानें तो क्रोनिक किडनी डिजीज या शुगर की प्रॉब्लम होने पर अंगूर नहीं खाने चाहिए.
सर्दियों में वजन बढ़ने की प्रॉब्लम सबसे ज्यादा होती है. ऐसे में अंगूर खाना जहर साबित हो सकता है. अंगूर खाने से आपकी कैलोरी का इंटेक बढ़ सकता है.
अंगूर कैलोरी में बहुत हाई होता है. कुछ ही ग्राम अंगूर में कई ग्राम कैलोरी, कई ग्राम प्रोटीन, फैट, अच्छी क्वांटिटी में फाइबर, रोजाना की जरूरत से ज्यादा कॉपर और विटामिन K और थायमीन होता है. इनको ज्यादा खाने से वजन बढ़ने की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ सकती है.
प्रेगनेंसी में अंगूर खाना हानिकारक होता है. अंगूर को रेसवेराट्रॉल के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है जो कि रेड वाइन में पाया जाने वाला एक पॉवरफुल पॉलीफेनोल भी है.
स्टडी के मुताबिक, रेस्वेराट्रोल की डोज डेवलपिंग एम्ब्रयो में पैनक्रिएटिक की प्रॉब्लम का कारण बनती है.
हालांकि, स्टडी अंगूर के खिलाफ कुछ भी नहीं कहती लेकिन बच्चे की सेफ्टी के लिए अंगूर को कम ही क्वांटिटी में खाना चाहिए.
अगर आप अंगूर खाते हैं तो इससे हाथ-पैरों में एलर्जी की प्रॉब्लम बढ़ने लगती है. उसमें लिक्विड प्रोटीन ट्रांसफर मौजूद होता है जो एलर्जी का कारण बनता है.
इस तरह की एलर्जी के सिम्पटम्स में खुजली होना, रैश होना और मुंह पर सूजन होना शामिल है. अंगूर एनाफिलेक्सिस का भी कारण बन सकता है, जो हमारी लाइफ के लिए खतरा हो सकता है.