गाजर एक ऐसी सब्जी है जो न्यूट्रिएंट्स से भरी हुई है. इसमें विटामिन A, C, K, B, जिंक, आयरन जैसे कई और भी मिनरल्स और विटामिन्स पाए जाते है. इसलिए, सर्दियों में लोग अक्सर गाजर का जूस, गाजर का हलवा, गाजर की सब्जी वगैराह बनाते और खाते हुए आपको दिख जाएंगे. लेकिन, इसका ये मतलब नहीं है कि गाजर से कोई नुकसान नहीं होते. इसे खाने के कई नुकसान भी है. तो, चलिए आज हम आपको गाजर के नुकसान के बारे में बताते हैं.
गाजर को बहुत ज्यादा खाने से आपको नींद की प्रॉब्लम हो सकती है. वैसे ही सर्दियों में नींद न आने की समस्या चलती रहती है. ऊपर से गाजर खाने के बाद ये प्रॉब्लम और बढ़ सकती है.
ऐसा इसलिए क्योंकि गाजर का पीला हिस्सा काफी गर्म होता है, जिसकी वजह से लोगों को पेट में जलन की प्रॉब्लम हो सकती है. इसी कारण से उनकी नींद (Carrot Side Effects in Hindi) खराब होती है.
जिनमें स्किन पर चकत्ते, दस्त, पित्ती और सूजन वगैराह शामिल है. ऐसी एलर्जी (allergy) गाजर के पराग में मौजूद एलर्जेन की वजह से होती है. इसलिए, जितना हो सके गाजर को कम से कम खाना चाहिए.
अगर किसी को डायबिटीज जैसी प्रॉब्लम है तो, उसे गाजर को हाथ भी नहीं लगाना चाहिए क्योंकि किसी भी चीज को नॉर्मल क्वांटिटी में खाना तो ठीक है. लेकिन, ज्यादा लेने पर वो बॉडी को नुकसान पहुंचाने लगती है.
गाजर का भी कुछ ऐसा ही हाल है. इसमें शुगर की क्वांटिटी बहुत ज्यादा होती है. गाजर में मौजूद चीनी ग्लूकोज में बदल जाती है और इससे बॉडी का शुगर लेवल तेजी से बढ़ने लगता है.
मम्मियों को तो सबसे ज्यादा गाजर से दूर रहना चाहिए. चाहे वो गाजर का जूस हो या गाज का हलवा. क्योंकि जब वो बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग करातीं है, तो वो जो कुछ भी खाती हैं वो उनके बच्चे तक पहुंचता है.
स्टडीज के मुताबिक, गाजर ब्रेस्ट के दूध का टेस्ट को बदल देता है. इसलिए, खास तौर से मम्मियों को गाजर (disadvantages of eating carrots) से दूर रहना चाहिए.