अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो, ये पूरी बॉडी में फैलने लगती है. इसलिए, लोग इससे बचने के लिए महंगे-महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं जो केमिकल से भरपूर होते हैं.
इनका इस्तेमाल करने से बॉडी में कभी-कभी और तरह की दिक्कतें बढ़ जाती है. लेकिन अब आप इन चीजों के बिना भी कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर इस प्रॉब्लम से छुटकारा पा सकते हैं.
कॉकॉनट ऑयल में कई ऐसी क्वालिटीज पाई जाती हैं. जो इनफ्लामेशन (Inflammation) और बैक्टीरिया (Bacteria) को दूर करने में मदद करती है.
ये स्किन को न्यूट्रिशन देकर उसे इनफेक्शन (Infection) वगैराह से बचाती है. ये मॉनसून में होने वाली खुजली को भी ठीक करता है.
एक्सपर्ट्स की माने तो खुजली से राहत दिलाने में ओटमील को भी असरदार तरीका माना जाता है. ये स्किन से सूखेपन और खुजली से निजात दिलाने में मदद कर सकता है.
ओटमील में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी क्वालिटीज होती हैं. जो खुजली की वजह से स्किन में हो रही जलन को कम करने में मदद करता है. ये स्किन के पोर्स और डक्ट्स को खोलने में भी मदद करता है. इससे खुजली की प्रॉब्लम से छुटकारा पाया जा सकता है.
एप्पल साइडर विनेगर में एसिटिक एसिड होता है, जिसे लोग सालों से नैचुरल कीटाणुनाशक (disinfectant) और एंटीसेप्टिक के रूप में इस्तेमाल करते आ रहे हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो सेब का सिरका खुजली से राहत दिलाने में विशेष रूप से मददगार साबित हो सकता है.
इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको बस एक कप पानी में आधा कप सिरका मिलाकर स्किन या स्कैल्प पर लगाना है और कुछ टाइम के लिए छोड़ देना है. फिर गुनगुने पानी से स्किन को साफ कर लेना है.
एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं. जिसकी मदद से रैशेज यानी इचिंग और घमौरियों को दूर करने में मदद मिल सकती है. एलोवेरा मेडिसिनल प्रॉपर्टीज से भरपूर होता है.
इसकी तासीर ठंडी होती है. इसे इस्तेमाल करने के लिए आप 3-4 चम्मच एलोवेरा जेल निकाल लें. फिर इसे स्किन पर अच्छी तरह से लगाएं और 20-25 मिनट बाद पानी से धोलें. इचिंग होने पर एलोवेरा लगाने से राहत मिल सकती है.