unsplash
छोटे बच्चों को डायपर लगाने से बड़ी दिक्कतें आती है. अब, डायपर पहनाना भी जरूरी है क्योंकि वो इतने चोटे होते है कि बोलकर बता नहीं पाते कि उन्हें टॉयलेट आ रहा है. इसलिए, पेरेंट्स उन्हें डायपर लगाते है. वैसे तो डायपर से रैशेज (home remedies for baby rashes) हो जाना कॉमन प्रॉब्लम है. उनकी स्किन बहुत सैंसिटिव होती है. इसी वजह से उनकी स्किन का ध्यान रखना (baby rashes treatment) और जरूरी होता है.
unsplash
छोटे बच्चों को डायपर लगाने से रैशेज हो जाते है. जिससे आगे चलकर इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.
unsplash
डायपर पहनने से जो रैशेज होते है उससे उनकी पर जलन होने लगती है. इससे बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन भी हो सकता है.
unsplash
अगर बच्चे घंटों तक गीले डायपर पहनते है तो इस वजह से भी उनके प्राइवेट पार्ट्स पर गुलाबी चकत्ते पड़ जात है. इस प्रॉब्लम पर टाइम रहता ध्यान देना जरूरी होता है वरना इस वजह से उन्हें आगे चलकर बड़ी दिक्कतें होने लगती है.
unsplash
दही, यीस्ट और माइक्रोबियल इंफेक्शन को ठीक करने में काफी मदद करते है. अपने बेबी के खाने में दही जरूर शामिल करें. आप चाहें तो रैशेज (baby skin rashes treatment) वाली जगह पर दही लगा भी सकते है.
unsplash
इसके लिए बच्चे के कपड़ों को अलग से डिटर्जेंट (effective home remedies for baby rashes) से धोएं. जिसमें ऐसे कैमिकल्स न हो जो स्किन पर खुजली को बढ़ा दे.
unsplash
अक्सर गीले डायपर की वजह से भी बेबी को रैशेज हो जाते है. इसलिए, जितना ज्यादा हो सके इस बात पर ध्यान दें कि बेबी का डायपर गीला होते ही उसे बदल दें.
unsplash
बेबी के डायपर की फिटिंग बहुत जरूरी है. बेबी को डायपर पहनाते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि डायपर ना ही ज्यादा टाइट हो और ना ज्यादा ढीला हो.
unsplash
बेबी का डायपर ज्यादा टाइट होना उसके लिए ठीक नहीं है और ज्यादा ढीला होने से डायपर से लीक की प्रॉब्लम बढ़ सकती है.
unsplash
इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों को ज्यादा सॉलिड चीजें नहीं खिलानी चाहिए.