थायरॉइड की प्रॉब्लम के दौरान वेट बढ़ने और घटने लगता है और हार्मोन भी गड़बड़ा जाते हैं. अगर वक्त रहते इस प्रॉब्लम को कंट्रोल न किया जाए तो आगे चलकर ये जानलेवा साबित हो सकती है.
एक्सपर्ट्स की माने तो थायरॉइड (thyroid problems) गले में मौजूद थायरॉइड ग्रंथि के बढ़ने के कारण होता है जो कि सांस, हार्ट बीट, डाइजेस्टिव सिस्टम और बॉडी टेम्परेचर पर सीधा असर करती है.
इस बीमारी के चलते भूख भी काफी लगती है. साथ ही पेट से जुड़ी प्रॉब्लम्स भी देखने को मिलती है. हालांकि डाइट (natural cure for thyroid) पर खास ध्यान देकर थायरॉइड को कंट्रोल किया जा सकता है.
थायरॉइड पर कंट्रोल पाने के लिए सबसे पहले गाजर और चुकंदर का जूस आता है. गाजर और चुकंदर के हेल्थ बेनिफिट्स तो हम सभी लोग जानते हैं. इसके साथ ही इन दोनों का बना हुआ जूस बहुत टेस्टी भी बहुत होता है.
इन दोनों का जूस बनाने के लिए आपको 1 गाजर, 1 चुकंदर, 1 सेब की जरूरत पड़ेगी. इन सभी को काटकर ब्लेंडर में ब्लेंड कर लें.
ये जूस आपको सिर्फ एक ही गिलास पीना है. इस जूस से थायरॉइड तो कंट्रोल होगा ही, साथ ही बॉडी में आयरन की कमी भी पूरी हो सकती है. इस जूस को रोजाना पीने पर थायरॉइड (carrot and beetroot juice) को कंट्रोल किया जा सकता है.
जलकुंभी का जूस थायरॉइड कंट्रोल करने का रामबाण इलाज साबित हो सकता है. ये जूस आपकी बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने में मददगार होता है. इसे पीने से थायरॉइड को कंट्रोल किया जा सकता है.
इसके साथ ही जलकुंभी का जूस वजन को घटाने में भी आपकी मदद कर सकता है. लेकिन, ध्यान रहें कि इसे सफिशिएंट क्वांटिटी में ही पिएं.
इसे बनाने के लिए जलकुंभी के दो कप पत्ते और 2 सेब को अच्छी तरह से धो लें. अब जूसर ग्राइंडर से जूस बना ले और इसमें 1 चम्मच नींबू का रस मिलाकर पी लें. इससे थायरॉइड कम होने लगेगा और आपका वजन भी तेजी (water hyacinth juice) से घटेगा.
लौकी का जूस बनाने के लिए बस एक छोटी लौकी लें और इसे छोटे पीसिज में काट लें. अब ब्लेंडर में लौकी के पीसिज के अलावा पुदीना और काला नमक भी मिला लें. फिर इन्हें अच्छे से ब्लेंड करने के बाद आपका जूस तैयार हो जाएगा.
इस जूस से थायरॉइड को कंट्रोल करने के अलावा वेट लॉस करने में भी मदद मिलती है. सुबह खाली पेट लौकी के इस जूस को पीने से आप पूरे दिन बॉडी में एनर्जी भी महसूस करेंगे. इसके साथ ही इस जूस को पीने से फिजिकल वीकनेस (gourd juice) भी दूर होती है.