फाइल फोटो
हिंदी फिल्म जगत की मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख को इंडस्ट्री में 'जुबली गर्ल' कहते हैं। 2 अक्टूबर 1942 को उनका जन्म मुंबई में हुआ था। आशा पारेख ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। लेकिन, करियर की शुरुआत में उन्हें एक ऐसा वक्त भी देखना पड़ा, जब उन्हें एक निर्देशक ने यह कह दिया कि वो स्टार मैटेरियल नहीं हैं। हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी ही खास बातें बताने जा रहे हैं।
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1. आशा पारेख को बचपन से ही डांस का शौक था। बताया जाता है कि जब उनके पड़ोस में संगीत बजता था तो वो अपने घर में डांस करने लगती थीं। इसके बाद उनकी मां ने उन्हें डांस का प्रशिक्षण दिलाया। यही नहीं, उन्होंने अमेरिका के थिएटर में भारत की तरफ से नृत्य की प्रस्तुति भी दी है।
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2. फिल्म निर्देशक विजय भट्ट ने आशा पारेख को अपनी मूवी में रोल देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा था कि आशा में स्टार अपील नहीं है, वो स्टार मैटेरियल नहीं है। लेकिन, फिल्म 'दिल देके देखो' में आशा ने उन्हें गलत साबित किया और इसके बाद कई सुपरहिट फिल्में की।
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3. आशा पारेख ने 1960 से लेकर 1970 तक फिल्मों के जरिए लोगों के दिलों पर राज किया। शम्मी कपूर, राजेश खन्ना, मनोज कुमार, राजेंद्र कुमार, धर्मेंद्र जैसे सितारों के साथ उन्होंने काम किया।
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4. अपनी मां की मौत के बाद आशा पारेख के जीवन में स्थिरता आ गई। उन्होंने मुंबई के एक अस्पताल का पूरा वॉर्ड गोद ले लिया और समाज सेवा में लग गईं। वे 6 साल तक सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रहीं। आशा पारेख केंद्रीय फिल्म प्रमाणन मंडल की चेयरपर्सन भी बनीं।
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5. आशा पारेख ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। 'दिल देके देखो', 'आए दिन बहार के', 'आन मिलो सजना', 'आया सावन झूम के', 'कटी पतंग', 'कारवां', 'मेरे सनम', 'तीसरी मंजिल' और 'जब प्यार किसी से होता है' समेत उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में की।