शशि कपूर
1970 और 1980 के दशक में रोमांटिक अभिनेता के तौर पर मशहूर रहे शशि कपूर का 79 की उम्र में मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया।
इंटरनेशनल एक्टर
शशि कपूर ने दीवार, जब जब फूल खिले, कभी-कभी, सत्यम शिवम सुंदरम, सिलसिला, नमक हलाल, त्रिशूल, हसीना मान जाएगी जैसी की ऐतिहासिक फिल्मों में काम किया। वह भारत के पहले इंटरनेशनल एक्टर थे। अंग्रेज़ी में भारतीय सेट की फिल्मों के लिए काम किया। ये प्रोडक्संस इस्माइल मर्चेंट और जेम्स आइवरी के साथ होते रहे।
फिल्म 'धर्मपुत्रा' से की थी शुरूआत
1938 में जन्में शशि बॉलीवुड की पितामाह पृथ्वीराज कपूर के तीन बेटों में सबसे छोटे थे। इंडस्ट्री में फिल्म 'अवारा' से बतौर चाइल्ड कलाकार कदम रखा था। 1961 में फिल्म 'धर्मपुत्रा' से उन्होंने लीड एक्टर के तौर पर अपने करियर की शुरूआत की थी।
पुरस्कार से सम्मानित
साल 2011 में उनको भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया था। साल 2015 में उनको 2014 के दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
दीवार फिल्म का सीन
शशि कपूर ने अमिताभ बच्चन के साथ 12 फिल्मों काम किया। फिल्म दीवार का डॉयलॉग,'मेरे पास मां है' आज भी लोगों की जुबां पर है। इसके अलावा दोनों ने दीवार, कभी-कभी, त्रिशूल, काला पत्थर, नमक हलाल जैसी की फिल्में साथ की।
परिवार के साथ शशि कपूर
शशि कपूर खानदान के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने विदेशी महिला के साथ शादी की थी। शशि ने एंगलो-इंडियन जेनिफ़र केंडल के साथ रचाई थी। उनके तीन बच्चे, कुनाल, करन और संजना है।
शशि कपूर
शशि कपूर अपने लुक, स्टाइल और अदाकारी के कारण लड़कियों के बीच खासे चर्चित थे। शशि अपने समय रोमांटिक फिल्में की और सिनेमा के साथ कई प्रयोग किए।