फिल्मों में अक्सर लोग लीड रोल के लिए तरसते हैं. आमतौर पर यही माना जाता है कि जो लीड रोल करेगा, वो दिलों पर राज करेगा.
कई बार ऐसा भी हुआ है कि फिल्म में सपोर्टिंग एक्टर यानी सहायक अभिनेता, लीड रोल की तरह ही या उससे ज्यादा तालियां बटोर गया.
ब्लॉक बस्टर मूवी बाजीराव मस्तानी में प्रियंका चोपड़ा ने काशीबाई के रूप में सपोर्टिंग रोल किया था. इस फिल्म में मुख्य हीरो के तौर पर रणबीर कपूर और हीरोइन के रूप में दीपिका पादुकोण थीं. इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा ने सपोर्टिंग रोल में जबर्दस्त तारीफ बटोरी.
ओंकारा फिल्म में हीरो के रोल में अजय देवगन और हीरोइन के रूप में करीना कपूर थीं. सैफ अली खान इस फिल्म में लंगड़ा त्यागी के रोल में थे. इस सपोर्टिंग रोल में उन्हें इतनी तारीफ मिली की फिल्म के एक दशक से ज्यादा हो जाने पर भी उन्हें इस रोल के लिए याद किया जाता है.
सत्या फिल्म में भीखू मात्रे के रूप में मनोज वाजपेयी सपोर्टिंग रोल में थे, मगर इस रोल के कारण उन्हें इतनी तारीफ मिली कि बाद में मुख्य अभिनेता के तौर पर रोल मिलने लगे.
सपोर्टिंग रोल में जिन्होंने जबर्दस्त छाप छोड़ी उनमें एक नाम है कीर्ति कुल्हरी का. फिल्म पिंक में वह सहायक अभिनेत्री थीं. तापसी पन्नू लीड एक्टर थीं लेकिन कीर्ति के रोल की जमकर तारीफ हुई.
अक्सर मुख्य अभिनेता के रूप में नजर आने वाले सनी द्योल ने दामिनी फिल्म में सहायक अभिनेता का रोल किया था. इस रोल के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया था.
फिल्म हेराफेरी में अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी मुख्य भूमिका में थे लेकिन साइड रोल में परेश रावल, बाबूराव आप्टे के रूप में नजर आए जिसे लोगों ने खूब पसंद किया.
बदलापुर फिल्म में वरुण धवन स्टार थे लेकिन नवाजुद्दीन सिद्दीकी को भी जबर्दस्त सराहना मिली.
ऐसी तमाम फिल्में हैं, जिसमें साइड रोल करके भी लोगों के करियर और लोकप्रियता का ग्राफ ऊंचा उठा.