आपको बता दें कि, सलीम खान आज अपना 88वां जन्मदिन मना रहे हैं. सलीम ने अपनी जिंदगी में काफी स्ट्रगल देखा है और यह उनकी महनत का ही असर है कि, वो आज इस मुकाम पर हैं. जिंदगी को लेकर उनका तजुर्बा उन्हें और भी खास बनाता है. साथ ही फैंस उनके तजुर्बे से जुड़े फलसफों को भी जानना चाहते हैं. उन्होंने कई बार अपनी अनोखी बातों से लोगों का दिल जीता है, चाहे वो इंटरव्यू हो या कोई शो सलीम अपनी बात रखने में कभी भी हिचकिचाते नही हैं. चलिए आज इस मौके पर उनके कुछ फलसफों से आपको रूबरू कराते हैं.
सलीम खान ने एक बार अपने और दिग्गज एक्ट्रेस हेलेन के रिश्ते के बारे में बोला था कि, 'इश्क की बुनियाद हमेशा इज्जत में होती है. आप ऐसे किसी शख्स से प्यार नहीं कर सकते, जिसकी आप दिल से इज्जत नहीं करते हों.' जिनको नहीं पता उन्हें बता दें कि, सलीम खान की दो पत्नियां हैं, पहली सलमा खान और दूसरी हेलेन.
सलीम ने एक बार कहा था कि, 'अच्छाई और समझदारी एक दुर्लभ मिश्रण है. आमतौर पर समझदार इंसान बदमाश बन जाता है. बेवकूफ आदमी कभी बदमाश नहीं बन सकता.' दिग्गज राइटर की इस बात ने सभी का दिल जीत लिया.
सलीम खान ने एक बार अपने बेटे सलमान के बारे में बोला था कि, 'ये किसी से भी पूछ लो. जब आपका बेटा आगे निकलता है, तो बहुत खुशी होती है.' उनकी यह बात यह बताती है कि सलमान पर वह कितना गर्व करते हैं और उनसे कितना प्यार करते हैं.
अपनी स्ट्रगल स्टोरी को शेयर करते हुए दिग्गज कलाकार ने कहा था कि, 'मैं अपने दोस्तों के लव लेटर लिखा करता था. बॉम्बे आया तो दोस्त बर्बाद हो गए. उनकी गर्लफ्रेंड्स शादी करके चली गईं.' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'अपने अब तक के सफर में मैं कभी तंग नहीं हुआ. मैंने हमेशा ठाना कि मैं तगड़ा काम करूंगा.'
वह शोले, दीवार, डॉन, मिस्टर इंडिया, ज़ंजीर और कई पॉपुलर फिल्मों के लेखक रहे हैं. जहां उन्हें हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए पहचाना गया, वहीं सलीम खान ने अपनी शादीशुदा जिंदगी के कारण भी ध्यान खींचा है. सलमा खान से शादीशुदा होने के बावजूद उन्हें बॉलीवुड की डांसिंग दिवा हेलेन से प्यार हो गया. दोनों ने 1981 में शादी भी कर ली. लेकिन जिंदगी उनके लिए फूलों से भरी सेज नहीं थी.
उन्होंने न केवल अपने अफेयर के कारण, बल्कि स्क्रिप्टराइटिंग में भी जावेद अख्तर के साथ अपने अलगाव और उसके बाद फाईनेंशियल क्राइसिस का सामना करने को लेकर भी सुर्खियां बटोरीं. हालाँकि, यह नूतन और संजय दत्त स्टारर नाम थी जिसने उनके करियर को फिर से सेट किया.
1974 में, खान को 1973 की रिलीज जंजीर के लिए बेस्ट स्टोरी और बेस्ट स्क्रीनप्ले के लिए फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिसमें अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में थे. जंजीर में जया बच्चन, ओम प्रकाश, प्राण और बिंदू भी थे. यह अवार्ड जावेद अख्तर के साथ शेयर किया गया था.