विद्युत जामवाल (Vidyut Jammwal) को इंडिया के टॉप एक्शन स्टार्स में गिना जाता है. मगर इंट्रेस्टिंग बात ये कि जिस जटिल किस्म का एक्शन ये स्क्रीन पर करते हैं, उसकी कोरियोग्राफी भी खुद ही करते हैं. ये उन एक्टर्स में से हैं, जिन्होंने इरफान के साथ काम करने के लिए सलमान की फिल्म को मना कर दिया. इतना ही नहीं ऐसी और भी बहुत सी बातें जो आप विद्युत् के बारे में नहीं जानते होंगे. ऐसे में आज हम आपको विद्युत् जामवाल की बॉलीवुड में विराट कहानी बताने जा रहे हैं.
विद्युत जामवाल का जन्म 10 दिसंबर, 1980 को कानपुर में हुआ था. विद्युत के पिता इंडियन आर्मी में थे. इस वजह से उन्हें फैमिली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने का मौका मिला.
विद्युत् ने तीन साल की उम्र से उन्होंने कलरिपैटु की ट्रेनिंग लेनी शुरू की. कलरिपैटु को मदर ऑफ ऑल द मार्शल आर्ट्स कहा जाता है. विद्युत् ने 10 साल इस कला को सीखा. विद्युत को 11वीं क्लास में आस पास की जनता से मिले रिएक्शन के बाद रियलाइज़ हुआ कि वो एक अच्छे मार्शल आर्टिस्ट हैं. जिसके बाद वो मार्शल आर्ट की फील्ड में अपना करियर बनाने पर काम करने लगे.
हाइट अच्छी और गुड लुक्स होने की वजह से विद्युत् ने मॉडलिंग में भी हाथ आजमाना शुरु कर दिया. इसकी शुरुआत दिल्ली में हुई मगर बड़े प्लैटफॉर्म की तलाश ने मुंबई पहुंचा दिया.
विद्युत जब मुंबई पहुंचे, तो उन्हें अच्छे मॉडलिंग असाइनमेंट मिलने लगे. मगर मॉडलिंग में मार्शल आर्ट की ज़रूरत नहीं पड़ती. इसलिए विद्युत फिल्मों की तलाश में प्रोड्यूसरों के दफ्तर के चक्कर काटने लगे. बहुत सारे लोगों ने कहा कि उनका फेस सही नहीं, किसी ने कहा एक्टिंग नहीं आती. मगर विद्युत डिगे नहीं.
विद्युत् मुंबई में मिले खाली समय में ये सब कुछ सीखते रहे. जब मॉडलिंग से फ्री होते, तो टीवी शोज़ के ऑडिशन देने भी जाते. मगर कभी कुछ वर्क आउट नहीं हो पाया. फाइनली उन्हें एक साउथ इंडियन फिल्म में काम मिला. इस फिल्म का नाम था ‘शक्ति’. इस तेलुगु फिल्म में उनका नेगेटिव रोल था. मगर ये एक पॉज़िटिव शुरुआत थी. इसके बाद से विद्युत ‘ऊसरावेली’, ‘थुपाकी’ और ‘बिल्ला 2’ जैसी सुपरहिट साउथ इंडियन फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं.
फिल्म शक्ति के बाद जब विद्युत् मुंबई लौटे तब उनकी किस्मत चमक गई. मुंबई आते ही उन्हें पता चला कि निशिकांत कामत अपनी अगली फिल्म के लिए एक लड़का ढूंढ रहे हैं. तकरीबन 500 लड़कों के ऑडिशन हो चुके थे. मगर मज़ा नहीं आ रहा था. विद्युत उस फिल्म के लिए ऑडिशन देने पहुंचे. स्क्रीनटेस्ट-ऑडिशन जैसी तमाम तरह की टेक्निकल चीज़ें हुई. फाइनली विद्युत को उस फिल्म में कास्ट कर लिया गया.
ये फिल्म थी ‘फोर्स’. जॉन अब्राहम इस फिल्म के हीरो थे. विद्युत जामवाल की कास्टिंग फिल्म के विलन के तौर पर हुई थी. फिल्म में विद्युत ने विष्णु नाम के एक कोल्ड ब्लडेड विलन का रोल किया था. फिल्म तो कुछ खास नहीं चली. मगर विद्युत को हिंदी सिनेमा में एक पहचान मिल गई.
जब विद्युत इस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तब प्रोड्यूसर विपुल शाह ने उन्हें स्टंट करते देखा. वो विद्युत के एक्शन स्किल्स से इतने इंप्रेस्ड हुए कि वादा कर डाला. वादा ये था कि अगर विपुल अपने करियर में कोई एक्शन फिल्म बनाएंगे, तो उनके हीरो विद्युत ही होंगे. इस वादे को पूरा करते हुए, जो फिल्म बनी उसका नाम था- 'कमांडो'.
'कमांडो' कई मायनों में विद्युत के लिए खास फिल्म थी. अव्वल, तो ये कि विलन के तौर पर करियर शुरू करने के बाद फाइनली वो इस फिल्म से हीरो बनने जा रहे थे. दूसरी बात और सबसे ज़रूरी बात ये कि वो उन्हें इस फिल्म में खूब सारा और अपनी तरह का एक्शन करने का मौका मिला. फिल्म रिलीज़ हुई और हिट साबित हुई. तब से लेकर अब तक 'कमांडो' फ्रैंचाइज़ी में तीन फिल्में बन चुकी हैं. और सबके हीरो विद्युत जामवाल ही रहे हैं.
विद्युत् के एक बार स्टार कल्चर का भी शिकार हो चुके हैं. दरअसल, डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने एक इवेंट किया था जिसमें वो अपने प्लैटफॉर्म पर रिलीज़ होने वाली फिल्मों और उनकी रिलीज़ डेट की घोषणा करने वाले थे. इन बिग बजट फिल्मों में एक नाम विद्युत् की 'खुदा हाफिस' कभी था. लेकिन इओस इवेंट में उन्हें इनवाईट नहीं किया गया. जबकि अक्षय कुमार से अजय देगन तक सभी वो स्टार्स शामिल थे जिनकी ऑनलाइन फिल्म रिलीज़ होनी थी. खैर, जिस फिल्म को हॉटस्टार ने भाव तक देने से मना कर दिया था, विद्युत् की वो फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई.