अजादी के 70वीं सालगिरह
भारतीय सिनेमा में भारतीय स्वंत्रता संग्राम या आजादी के संघर्ष के गाथा को बखूबी से बड़े पर्दे पर उतरा गया है। यह फिल्में महत्वपूर्ण संदेश देने के साथ-साथ देशवासियों में अपनी भूमि भारत मां के प्रति देशभक्ति का जज्बा जगाती है। फिर चाहे वह चेतन आनंद की फिल्म 'हकीकत' हो या फिर फरहान अख्तर की 'लक्ष्य'। इन फिल्मों को न सिर्फ राष्ट्रिय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर भी खूब सराहा गया और दर्शकों का प्यार भी मिला। आजादी के 70 साल पर कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में जानिए जो आपके मन में मातृभूमि के लिए आपके मन में एक बार फिर प्यार जरूर उभारेगी।
गांधी
मोहनदास करमचंद गांधी पर बनी 'गांधी' आजादी पर आधारित है। गांधी की भूमिका किसी भारतीय ने नहीं बल्कि ब्रिटिश एक्टर सर बेन किंग्सले ने निभाया था। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। गांधी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन के संघर्ष और आजादी के अलग-अलग पहलुओं को बहुत ही शानदार तरीके से दिखाया गया था। आजादी और संघर्ष पर बनी इस फिल्म को 11 अलग-अलग कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला और इनमें से आठ पुरस्कार अपने नाम किये। हॉलीवुड के मशहूर निर्माता-निर्देशक रिचर्ड एटनबरो की यह फिल्म 1982 में रिलीज हुई थी।
हकीकत
भारत और चीन के बीच 1962 में हुई जंग पर आधारित 'हकीकत' का निर्देशन चेतन आनंद ने किया था। हकीकत का 'हिन्दी-चीनी भाई-भाई' का नारा देशभर में खूब मशहूर हुआ था,यह फिल्म देखकर 1962 के दौर की झलक बड़े पर्दे पर देखने को मिलेगी जब एक मुल्क जंग के साथ अपने दोस्त का भरोसा भी हार गया था। इस फिल्म में बलराज साहनी, धर्मेंद्र, प्रिया राजवंश, संजय खान और विजय आनंद जैसे जाने मने कलाकार मुख भूमिकाओं में नजर आये थे।
शहीद
1965 में आई फिल्म 'शहीद' भगत सिंह के जीवन पर आधारित एक बेहतरीन फिल्म है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पर आधारित इस देशभक्ति फिल्म की बात ही अलग थी। एस राम शर्मा निर्देशित इस देशभक्ति फिल्म में जाने माने सितारे जैसे मनोज कुमार, कामिनी कौशल, प्राण, इफ्तिखार, निरूपा रॉय, प्रेम चोपड़ा, मदन पुरी और अनवर हुसैन प्रमुख भूमिकाओं में थे। इस फिल्म के गानों को प्रेम धवन और स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल ने सजोये है। 'शहीद' में मनोज कुमार ने शहीद भगत सिंह का दमदार किरदार निभाया था और प्रेम चोपड़ा शहीद सुखदेव के किरदार में नजर आये थे। 13वें राष्ट्रीय फ़िल्म अवार्ड की सूची में 'शहीद' फ़िल्म ने हिन्दी की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का पुरस्कार जीता। इसके अलावा इस फ़िल्म ने राष्ट्रीय एकता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के लिये नर्गिस दत्त पुरस्कार भी अपने नाम किया। देशभक्ति के रस में डूबा मशहूर गाना 'ए वतन हमको तेरी कसम' के बोल आज भी सभी के दिलों में बसे हुए है।
उपकार
हिंदी सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सदाबहार एक्टर मनोज कुमार ने 'उपकार' का निर्देशन किया था। इस फिल्म का उद्देश्य जय जवान जय किसान का नारा बुलंद करना था। भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जय जवान जय किसान नारा खूब बुलंद किया गया था। शास्त्रीजी के सुझाव पर मनोज कुमार ने फिल्म का निर्देशन-निर्माण किया।'उपकार के गीतों की भी कहानी है। इस फिल्म में कमर जलालाबादी, इंदीवर, प्रेम धवन और गुलशन बावरा के गीत हैं। 'उपकार को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार और छह फिल्म फेयर पुरस्कार मिले थे। इस फिल्म में प्रेम चोपड़ा, कामिनी कौशल, प्रेम चोपड़ा जैसे मुख्य कलाकार। 'मेरी देश कि धरती', 'आया झूम के बसंत' फिल्म के लोकप्रिय गाने है।
द लेजेंड ऑफ भगत सिंह
2002 में राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित ‘द लेजेंड ऑफ भगत सिंह’ में बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने शहीद भगत सिंह का किरदार बखूबी से निभाया। ये फिल्म भगत सिंह की जिंदगी पर आधारित थी जिन्होंने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया और अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए। भगत सिंह ने देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर दी थी। 'द लेजेंड ऑफ भगत सिंह' मूवी में बड़े पर्दे पर दिखाया गया है कि कैसे भगत सिंह ने ब्रितिश राज के खिलाफ आवाज उठाई और कैसे देश को आजाद करने के लिए संघर्ष किया।
बॉर्डर
देशभक्ति पर बनी 'बॉर्डर' फिल्म आज भी सभी के दिलों में बसी हुई है। 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान राजस्थान के लौंगेवाला पोस्ट पर लड़ी गई लड़ाई पर बनी बॉर्डर सच्ची घटनाओं से प्रेरित थी। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे पंजाब रेजिमेंट के जवानों ने मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना की पूरी टैंक रेजिमेंट के खिलाफ अपनी पोस्ट को बचाए रखा था। बेहतरीन कहानी के साथ कलाकारों का दमदार अभिनय आज भी याद किया जाता है। सभी कलाकरों ने बखूबी से अपने किरदारों को निभाया था। फिल्म के निर्देशक थे जेपी दत्ता और मुख्य कलाकारों में सनी देओल, अक्षय खन्ना, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, पूजा भट्ट जैसे कलाकार थे।
लगान
अंग्रेजों के खिलाफ आवाज बुलंद करने और देशभक्ति से भरपूर फिल्म 'लगान' में अभिनेता आमिर खान ने बेहतरीन अभिनय कर दर्शकों के दिल पर राज किया। आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्देशित 'लगान' में आमिर खान, ग्रेसी सिंह, पॉल ब्लैकथॉर्न जैसे मुख्य कलाकार थे। इस फिल्म में बखूबी से दिखाया गया है कि कैसे लगान थोपने वाले अंग्रेजों के गांव वाले अपनी सूझ बूझ से पसीने छुड़वा देते है जो देखना काफी दिलचस्प है। लगान को ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था।
लक्ष्य
'लक्ष्य' 2004 में बनी हिन्दी भाषा की फरहान अख्तर द्वारा निर्देशित बॉलीवुड फिल्म थी। इसके अभिनेता ऋतिक रोशन, प्रीति जिंटा, अमिताभ बच्चन, ओम पुरी और बोमन ईरानी हैं। ऋतिक लेफ्टिनेंट करण शेरगिल (बाद में कार्यवाहक कप्तान) की भूमिका में हैं, जो अपनी टीम का नेतृत्व कर आतंकवादियों पर जीत पाते हैं। यह 1999 के कारगिल युद्ध के संघर्ष की ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित एक काल्पनिक कहानी थी।
स्वदेस
शाहरुख खान अभिनीत इस फिल्म में अमेरिका में रह रहा वैज्ञानिक जुड़ता कैसे अपने देश की मिट्टी से जुड़ता है इसे बखूबी दिखाया गया है। फिल्म में शाहरुख खान वैज्ञानिक की भूमिका हैं, जो नासा में काम करते हैं।