केरल विधानसभा (Kerala Election) में कुल 140 सीटें हैं. बहुमत के लिए 71 सीटों के आंकड़े की जरूरत है. 6 अप्रैल 2021 को राज्य में मतदान हुआ था. चुनाव आयोग के मुताबिक केरल राज्य के 74.57 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला है. अब देखना होगा कि नतीजा किस के हक में आता है.
श्रीधरन (E Sreedharan) भारत के मशहूर सिविल इंजीनियर हैं. श्रीधरन 1995 से 2012 तक दिल्ली मेट्रो के निदेशक रहे. भारत सरकार ने उन्हें 2001 में पद्मश्री और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था. बीजेपी ने उन्हें पलक्कड़ सीट से टिकट दिया है. मेट्रोमैन (Metro Man E Sreedharan) के चुनावी अखाड़े में कूदने से इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया.
पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) केरला के मुख्यमंत्री हैं. पिनराई विजयन ने राजनीतिक करियर की शुरूआत स्टूडेंट यूनियन से की थी. छात्र राजनीति के जरिए सीपीआई की छात्र इकाई एसएसफआई में शामिल हो गये. यहां से केरल स्टूडेंट फेडरेशन के सचिव और अध्यक्ष पद से होते हुए वह केरल स्टेट यूथ फेडरेशन के अध्यक्ष तक पहुंचे.
ओमान चांडी की सरकार में तिरुवंचूर राधाकृष्णन (Thiruvanchoor Radhakrishnan) गृह मंत्रालय भी रह चुके हैं. पिछले चुनाव में तिरुवंचूर राधाकृष्णन ने CPI(M) के रीजी सखरिया को 33 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था.
रमेश चेन्नीथला को कांग्रेस ने इस बार केरल में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी.
ई. चंद्रशेखरन (E Chandrasekaran) के लिए जनता की कसौटी पर खुद को साबित करने की सबसे बड़ी चुनौती है.
के. सुरेंद्रन (K Surendran) केरल (Kerala) के अनुभवी राजनेता हैं. मौजूदा समय में वे केरल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष (BJP Kerala State President) हैं.