कोलकाता, 10 जून (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में शर्मिष्ठा पनोली के खिलाफ शिकायत दर्ज करने वाले वजाहत खान की गिरफ्तारी के बाद सियासत गरमा गई है। पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने इस गिरफ्तारी पर राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे गिरफ्तारी नहीं, बल्कि प्रोटेक्शन कस्टडी करार दिया।
सुकांत मजूमदार ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने जो वजाहत खान को अरेस्ट किया है, ये प्रोटेक्शन कस्टडी है। पीसी मतलब पुलिस कस्टडी नहीं, प्रोटेक्शन कस्टडी। उसे प्रोटेक्शन दिया जा रहा है ताकि असम पुलिस आकर उसे गिरफ्तार न कर सके। प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर ही कोलकाता पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि वजाहत खान कहां रह रहा था, कहां छिपा हुआ था, यह सब जानकारी राज्य पुलिस को पहले से थी, लेकिन उसे जानबूझकर नहीं पकड़ा गया। अब उसे इसलिए गिरफ्तार किया गया है ताकि उसे भविष्य में सुरक्षा प्रदान की जा सके और वह असम पुलिस की पकड़ में न आ सके।
उन्होंने आगे कहा कि मैं पश्चिम बंगाल पुलिस और ममता सरकार को साफ-साफ कहना चाहता हूं कि आज नहीं तो कल, असम पुलिस उसे उठाकर ले जाएगी। और जिस तरह का ट्रीटमेंट उसे मिलना चाहिए, वह मिलेगा। इसके अलावा, उसे मां कामाख्या का साक्षात दर्शन भी कराया जाएगा।
भारत लौटने के बाद सर्वदलीय डेलीगेशन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित मुलाकात को लेकर पूछे गए सवाल पर सुकांत मजूमदार ने विपक्ष की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत के बाहर जाकर सभी पार्टियों के नेताओं ने भारत का पक्ष रखा है। यह सराहनीय है। विपक्षी नेताओं ने भी देश की गरिमा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बनाए रखा, इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं।
प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई जाने वाली बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री सबको बुलाते हैं, तो सभी दलों को जाना चाहिए। ममता बनर्जी भी प्रधानमंत्री मोदी से मिलने जाएंगी। वह भारत की एक निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं और उन्हें बंगाल को लेकर प्रधानमंत्री से चर्चा करनी चाहिए। यही तो हमारे देश का फेडरल स्ट्रक्चर है।
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