पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोज हो चुका है : सचिन पायलट

पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोज हो चुका है : सचिन पायलट

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IANS
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पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोज हो चुका है: सचिन पायलट

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

टोंक, 6 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान पर विश्वास नहीं किया जा सकता है क्योंकि संघर्ष विराम की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही उसने सीमा पर गोलीबारी की। पाकिस्तान अपनी विश्वसनीयता खो चुका है।

अपने विधानसभा क्षेत्र राजस्थान के टोंक में कई कार्यक्रमों और जनसंवाद में भाग लेने वाले सचिन पायलट ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान एक्सपोज हो चुका है। इसीलिए, उसके संघर्ष विराम के आश्वासन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।

सचिन पायलट ने कहा, हमें बहुत सावधानी से काम करना होगा। केंद्र सरकार ने कहा कि अगर कोई आतंकी घटना होती है तो उसे हम युद्ध की गतिविधि मानेंगे। लेकिन मुझे भरोसा कम है, क्योंकि पाकिस्तान को चीन सपोर्ट कर रहा है। चीन चाहता है कि हमारे पश्चिमी बॉर्डर पर घटनाएं (लड़ाई) होती रहे जिससे भारत का विकसित राष्ट्र बनने का सपना पूरा न हो पाए। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ी चिंता का विषय है कि चीन और तुर्की ने पाकिस्तान को समर्थन देने का फैसला किया है।

भारत-पाकिस्तान की तुलना पर उन्होंने कहा कि दो से तीन दशक तक विश्व समुदाय के समक्ष यह बात स्पष्ट की गई कि भारत और पाकिस्तान की तुलना नहीं की जा सकती। हमें चीन के मुकाबले देखा जाता था। आज फिर से भारत-पाकिस्तान को एक तराजू पर तौलने की बात चिंता का विषय है। यह पूरी तरह से गलत है। पाकिस्तान के साथ भारत की तुलना कैसे हो सकती है? भारत की अर्थव्यव्सथा पाकिस्तान से 11 गुना ज्यादा है। भारत एक लोकतात्रंतिक देश है। पाकिस्तान लोकतंत्र में विश्वास नहीं करता है। वहां तो कर्जा लेकर देश चलाया जा रहा है। वहां बड़े-बड़े आतंकी संगठन के लोग पाए गए।

उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार भारत-पाकिस्तान को एक समक्ष देखते हैं। हमें कुछ और करने की जरूरत है। दुनिया फिर से भारत और पाकिस्तान को एक नजर से देख रही है जो बिल्कुल ठीक नहीं है।

स्थानीय अधिकारियों के साथ उनकी बैठक के बारे में पूछे जाने पर सचिन पायलट ने कहा कि सभी अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं क्योंकि ये मौसमी समस्याएं - जैसे गर्मी और उससे जुड़ी कठिनाइयां - हर साल होती हैं, और व्यवस्थाएं पहले से ही कर लेनी चाहिए। चूंकि बिजली की आपूर्ति अक्सर बाधित होती है, इसलिए बुनियादी ढांचे में सुधार की आवश्यकता है। पीछे से आने वाली आपूर्ति में कभी-कभी समस्याएं आती हैं। मैंने जल्द ही तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अभी तक कमियों की रिपोर्ट नहीं की गई है।

--आईएएनएस

डीकेएम/एकेजे

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