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(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच रिश्ते असहज हो गए हैं। देर रात काबुल की ओर से पाकिस्तान पर आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर हमले की बात कही गई तो पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई का दावा किया। इस बीच रविवार को अफगानिस्तान इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने शर्त रखी कि या तो पाक आईएसआईएस को देश निकाला दे या फिर उन्हें सौंप दे और अगर ऐसा नहीं किया गया तो काबुल उन्हें अपने तरीके से निपटा देगा।
मुजाहिद की इस धमकी के बाद पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने रविवार को दावा किया कि इस्लामाबाद ने सीमा पर इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान (आईईए) के ठिकानों पर उचित रक्षात्मक हमले किए हैं।
डार ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में कहा कि पाकिस्तान पाक-अफगान सीमा पर हो रहे घटनाक्रम को लेकर बेहद फिक्रमंद है, और साथ ही आईईए पर गंभीर उकसावे और सीमा पार से आक्रमण का आरोप लगाया।
डार ने लिखा, तालिबान (आईईए) सरकार द्वारा पाक-अफगान सीमा पर बिना उकसावे की गोलीबारी और छापे एक गंभीर उकसावे की कार्रवाई है। पाकिस्तान की उचित प्रतिक्रिया और हमले तालिबान (आईईए) के बुनियादी ढांचे के खिलाफ और अफगान धरती से सक्रिय फितना-ए-ख्वारिज जैसे आतंकवादी तत्वों को बेअसर करने के लिए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई रक्षात्मक प्रकृति की थी और नागरिकों के खिलाफ नहीं थी।
उन्होंने कहा, हमारी रक्षात्मक प्रतिक्रिया शांतिप्रिय अफगान नागरिकों पर केंद्रित नहीं है। तालिबान (आईईए) बलों के विपरीत, हम नागरिकों की जान जाने से बचने के लिए अत्यधिक सावधानी बरत रहे हैं।
डार ने काबुल से पाक-अफगान संबंधों को बिगाड़ने की चाह रखने वाले आतंकवादी तत्वों और उनके अपराधियों के खिलाफ ठोस कदम उठाने का आग्रह किया।
इससे पहले मुजाहिद ने अफगानिस्तान की कार्रवाई को उचित ठहराते हुए कहा कि आईईए बलों ने रात भर प्रतिशोध अभियान चलाया, जिसमें 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, 30 घायल हुए, और 20 से अधिक सुरक्षा चौकियों पर कब्जा कर लिया गया।
अफगानिस्तान इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने रविवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि काबुल अफगान संप्रभुता और हवाई क्षेत्र के बार-बार उल्लंघन का कड़ा जवाब देगा।
मुजाहिद ने कथित घुसपैठ के विरोध में काबुल में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के आगामी दौरे को रद्द करने की भी घोषणा की।
काबुल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, पाकिस्तानी व्यवस्था के भीतर के तत्वों पर दुष्प्रचार फैलाकर और पाकिस्तानी धरती से आतंकवादी समूहों को अपनी गतिविधियां संचालित करने की अनुमति देकर द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान नशीले पदार्थों की खेती में शामिल है और उसने आईएसआईएल संबद्ध (दाएश) नेटवर्कों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराई है, जिनका इस्तेमाल, अफगानिस्तान और उसके बाहर हमलों की योजना बनाने के लिए किया गया था।
--आईएएनएस
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